Corona in Bengal: ममता सरकार की 'दुआरे राशन" परियोजना शुक्रवार से होगी शुरू

कोरोना महामारी से संबंधित स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करते हुए घर-घर राशन पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक जिले में राशन डीलरों के जरिए इस परियोजना की शुरुआत की जाएगी हालांकि भौगोलिक कारणों से पहाड़ में फिलहाल इसे शुरू नहीं किया जा रहा है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 08:14 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 08:14 AM (IST)
Corona in Bengal: ममता सरकार की 'दुआरे राशन" परियोजना शुक्रवार से होगी शुरू
मुख्यमंत्री ममता सरकार की 'दुआरे राशन" परियोजना

राज्य ब्यूरो, कोलकाता । ममता सरकार की महत्वाकांक्षी (डोर टू डोर राशन) 'दुआरे राशन" परियोजना शुक्रवार से शुरू हो जाएगी। कोरोना महामारी से संबंधित स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए घर-घर राशन पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले इसकी घोषणा की थी। प्रत्येक जिले में राशन डीलरों के जरिए इस परियोजना की शुरुआत की जाएगी हालांकि भौगोलिक कारणों से पहाड़ में फिलहाल इसे शुरू नहीं किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में घर-घर राशन योजना की घोषणा की थी। उसी के मुताबिक खाद्य विभाग दुआरे राशन का परियोजना शुरू कर रहा है। राज्य सरकार का अनुमान है कि कोरोना की स्थिति में घर-घर राशन पहुंचाने से लोगों को फायदा होगा। 

इस परियोजना को लेकर राज्य के खाद्य विभाग के सचिव के साथ फूड कमिश्नर की बैठक हुई थी बैठक में इस परियोजना को जल्द से जल्द शुरू करने का निर्णय लिया गया। इस बैठक में राशन डीलर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। इसके अलावा हर जिले के खाद्य विभाग के अधिकारी भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक में शामिल हुए। इस परियोजना के तहत राशन डीलर को प्रति कुंतल 200 रुपये का कमीशन दिया जाएगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि फिलहाल इस परियोजना को प्रत्येक जिले में एक राशन की दुकान में प्रायोगिक तौर पर चालू किया जाएगा। शुरू में कोलकाता में छह और जिले में 22 राशन की दुकानों का चयन किया गया है। इन दुकानों से डीलर मोहल्ले या गांव के लोगों के घर घर तक का राशन पहुचाएंगे। चूंकि कोरोना का प्रकोप है, इसलिए इस पूरी प्रक्रिया को नियमों मानते हुए ही पूरा किया जाएगा। खाद्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना महामारी के समय घर-घर राशन पहुंचा देने की व्यवस्था की जा सकी तो बहुत से लोग लाभान्वित होंगे। 

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