ममता बनर्जी ने बीएसएफ को लेकर पुलिस को दी सख्त हिदायत, कहा- ध्यान रखें कि जवान बिना अनुमति किसी गांव में न घुसें

सीमा सुरक्षा बल का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने को लेकर केंद्र व बंगाल सरकार में चल रही तनातनी के बीच सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस को इस बात का ध्यान रखने की सख्त हिदायत दी है कि बीएसएफ के जवान किसी गांव में घुसकर वहां झमेले में न पड़े।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 07:27 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 07:27 PM (IST)
ममता बनर्जी ने बीएसएफ को लेकर पुलिस को दी सख्त हिदायत, कहा- ध्यान रखें कि जवान बिना अनुमति किसी गांव में न घुसें
ममता बनर्जी ने बीएसएफ को लेकर पुलिस को दी सख्त हिदायत

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने को लेकर केंद्र व बंगाल सरकार में चल रही तनातनी के बीच सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नदिया जिले की पुलिस को इस बात का ध्यान रखने की सख्त हिदायत दी है कि बीएसएफ के जवान बिना अनुमति के किसी गांव में घुसकर वहां झमेले में न पड़े। जिले के कृष्णानगर स्थित रवींद्र भवन में प्रशासनिक बैठक में ममता ने कहा-'बीएसएफ अपना काम करेगा और पुलिस अपना लेकिन इस बात को ध्यान में रखना होगा कि कानून-व्यवस्था राज्य सरकार का विषय है।

ममता ने आगे कहा कि नदिया से बांग्लादेश की सीमा लगती है इसलिए जिले की पुलिस को बीएसएफ से समन्वय स्थापित करके चलना होगा। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र 15 से बढ़ाकर 50 किलोमीटर कर दिया है, जिसका ममता पुरजोर विरोध कर रही हैं। वह इस बाबत केंद्र को पत्र भी लिख चुकी हैं।

राज्यपाल ने ममता को पत्र लिखकर की उनके रवैये की कड़ी आलोचना

दूसरी तरफ राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उनके रवैये की कड़ी आलोचना की है। राज्यपाल ने पत्र में कहा कि इस तरह का रवैया केंद्र की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति के खिलाफ है। राज्यपाल के पत्र पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि जगदीप धनखड़ भाजपा के पक्ष में बोलना बंद करे।

मुख्यमंत्री ने रोजगार बढ़ाने पर दिया जोर

मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक बैठक में जिले में रोजगार बढ़ाने पर जोर दिया और नदिया के नगर निकायों को सिर्फ रुपये मांगने के बदले बेहतर तरीके से काम करने को कहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कुछ महीनों में समस्त नगर निकायों का चुनाव कराएगी। राज्यभर में प्रचुर काम किया जा रहा है। इस बाबत अरबों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। सरकार के पास और रुपये नहीं है इसलिए सिर्फ रुपये मांगने से नहीं चलेगा। बेहतर तरीके से काम करना होगा।

chat bot
आपका साथी