ममता बनर्जी ने पीएम के समक्ष बंगाल के 53 हजार करोड़ रुपये के बकाये का मुद्दा फिर उठाया
पीएम मोदी ने इस दिन 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ देश में कोरोना वायरस के चलते उत्पन्न स्थिति पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कोविड-19 महामारी को लेकर वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के समक्ष एक बार फिर केंद्र के पास राज्य के वित्तीय बकाये का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि केंद्र के पास बंगाल का 53,000 करोड़ रुपये का बकाया अब तक नहीं मिला है। इसके साथ ही ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि केंद्र इसको लेकर दिशानिर्देश जारी करे कि कौन सा टीका (वैक्सीन) या सेरम खरीदना है जो कोविड-19 महामारी के इलाज में इस्तेमाल करना है। पीएम मोदी ने इस दिन 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ देश में कोरोना वायरस के चलते उत्पन्न स्थिति पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की।
ममता ने इस दौरान एफआरबीएम का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने एफआरबीएम (राजकोषीय दायित्व एवं बजट प्रबंधन) सीमा तीन फीसद से बढ़ाकर पांच फीसद कर दिया है लेकिन बढ़ाये गए दो फीसद में से मात्र 0.5 फीसद को ही बिना शर्त किया गया है। उन्होंने पीएम से बाकी 1.5 फीसद को भी एक वर्ष के लिए बिना शर्त करने का अनुरोध किया। बंगाल सरकार द्वारा मीडिया को जारी बयान में ममता के हवाले से कहा गया कि इसके अलावा राज्य को केंद्र सरकार से जीएसटी प्रतिपूर्ति के 4135 करोड़ रुपये और समग्र रूप से 53,000 करोड़ रुपये का बकाया अभी प्राप्त होना है। उन्होंने पीएम से इसे जल्द दिलाने की मांग की ताकि कोविड-19 और प्रभावी तरीके से निपटा जा सके।
ममता ने इस दौरान कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले कोविड-19 टीका या सेरम का मुद्दा भी उठाया और केंद्र सरकार से इस संबंध में दिशानिर्देश जारी करने का आग्रह किया। बयान में उनके हवाले से कहा गया है, 'टीके के संबंध में केंद्र सरकार को अधिकृत करना चाहिए कि कौन सा टीका खरीदना है और इस्तेमाल करना है। केंद्र को इस संबंध में दिशानिर्देश जारी करना चाहिए।' उन्होंने केंद्र से और ‘हाई फ्लो नेसल कैनुला’ और वेंटीलेटर मुहैया कराने का भी आग्रह किया।