ममता बनर्जी के गोवा दौरे के दौरान लकी अली, नफीसा अली व रेमो फर्नांडिस के टीएमसी में शामिल होने की संभावना
तृणमूल कांग्रेस ने अपना ध्यान गोवा त्रिपुरा और असम की ओर लगाया है। गोवा में टीएमसी का प्रचार अभियान भी शुरू हो चुका है। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और लंबे समय से विधायक रहे लुइजिन्हो फलेरियो समेत कई नेता पहले ही टीएमसी शामिल हो चुके हैं।
राज्य ब्यूरो कोलकाता : तीसरी बार बंगाल की सत्ता पर काबिज होने के बाद तृणमूल कांग्रेस ने अपना ध्यान गोवा, त्रिपुरा और असम की ओर लगाया है। गोवा में टीएमसी का प्रचार अभियान भी शुरू हो चुका है। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और लंबे समय से विधायक रहे लुइजिन्हो फलेरियो समेत कई नेता पहले ही टीएमसी शामिल हो चुके हैं। ऐसे में इस बार तृणमूल की नजर गोवा में सितारों पर है।
सूत्रों के मुताबिक 28 अक्टूबर को मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के गोवा दौरे के दौरान गायक लकी अली, अभिनेत्री, सामाजिक कार्यकर्ता नफीसा अली व गायक रेमो फर्नांडिस के तृणमूल में शामिल होने की संभावना है।पहले ही पार्टी के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन गोवा में लकी अली, नफीसा अली से मिल चुके हैं।
इस संदर्भ में तृणमूल सांसद सौगत राय ने कहा कि नफीसा अली, लकी अली और रेमो फर्नांडीज ने तृणमूल से संपर्क किया है। कई और आएंगे। नफीसा भी बार-बार ममता बनर्जी की तारीफ करती रही हैं और अपने ट्विटर अकाउंट पर भाजपा की आलोचना भी करती रही हैं। कोलकाता में जन्मीं नफीसा को दक्षिण कोलकाता से चुनाव लड़ने का भी अनुभव है। 2004 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। ममता खुद इसके खिलाफ थीं। वही नफीसा ने अब ममता को 'शेरनी' कहकर संबोधित किया है।
टीएमसी से गठबंधन करने की इच्छुक गोवा फारवर्ड पार्टी
-वहीं दूसरी ओर गोवा में विधानसभा चुनाव से पहले गोवा फारवर्ड पार्टी तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की इच्छुक है। पार्टी के नेता पहले ही ममता बनर्जी की तारीफ कर चुके हैं। अगर गोवा फारवर्ड पार्टी के साथ गठबंधन होता है तो गोवा चुनाव में तृणमूल भी भाजपा और कांग्रेस के लिए बड़ा सिरदर्द होगी। कांग्रेस ने 2017 के गोवा विधानसभा चुनाव में 17 सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा को सिर्फ 13 सीटों पर जीत मिली थी।
हालांकि राजनीतिक उथल-पुथल के बाद गोवा में भाजपा की सरकार बनी। इस बार तृणमूल कांग्रेस ममता बनर्जी को पूरे देश में भाजपा के एकमात्र प्रतिद्वंद्वी चेहरे के रूप में उजागर करना चाहती है। इस लिहाज से वे गोवा को लक्ष्य बना रहे हैं और ममता के दौरे के दौरान इस मुद्दे को और गति मिल सकती है।