Kolkata Municipal Corporation Election: केएमसी चुनाव में 33 वार्डों में वामो-कांग्रेस में 'अघोषित गठबंधन'

Kolkata Municipal Corporation Election कोलकाता में 33 वार्डों में वाम और कांग्रेस के बीच अलिखित गठबंधन होने जा रहा है। दो वार्ड ऐसे भी हैं जहां न तो वाम मोर्चा और न ही कांग्रेस का कोई उम्मीदवार है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 06:41 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 06:41 PM (IST)
Kolkata Municipal Corporation Election: केएमसी चुनाव में 33 वार्डों में वामो-कांग्रेस में 'अघोषित गठबंधन'
केएमसी चुनाव में 33 वार्डों में वामो-कांग्रेस में 'अघोषित गठबंधन'। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। इस बार कोलकाता नगर निगम के चुनाव में वाममोर्चा तथा कांग्रेस के बीच कोई आधिकारिक गठबंधन नहीं है, लेकिन कोलकाता में 33 वार्डों में वाम और कांग्रेस के बीच 'अलिखित' गठबंधन होने जा रहा है। दो वार्ड ऐसे भी हैं जहां न तो वाम मोर्चा और न ही कांग्रेस का कोई उम्मीदवार है। नतीजतन उन दो निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होगा। कोलकाता के सभी 144 वार्डों में किसी भी खेमे ने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। एक अलग सूची के मुताबिक कांग्रेस ने 125 वार्डों में उम्मीदवार उतारे हैं। वाममोर्चा ने 128 वार्डों में उम्मीदवार खड़े किए हैं। 19 वार्डों में कांग्रेस ने नहीं उम्मीदवार उतारे हैं जबकि 16 वार्डों में वाममोर्चा ने भी कोई प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। लेकिन दक्षिण के वार्ड 134 और 142 में दोनों पार्टियों में से कोई भी दोबारा उम्मीदवार नहीं उतार सकी है। उन दो वार्डों को छोड़कर 33 वार्ड ऐसे हैं जहां वाम और कांग्रेस के बीच 'अलिखित' समझौता है। जहां वामपंथी उम्मीदवार नहीं हैं, वे कांग्रेस का समर्थन करेंगे। और जहां कांग्रेस नहीं है, वे वाममोर्चा के साथ रहेंगे।

'अलिखित' गठबंधन' का क्षेत्र और बढ़ेगा

हालांकि, राज्य चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस ने 125 वार्डों के लिए उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन कानूनी कारणों से दो वार्डों के उम्मीदवारों का नामांकन रद कर दिया गया था। दूसरे शब्दों में उन दोनों वार्डों को एक मान लेने पर 'अलिखित' गठबंधन' का क्षेत्र और बढ़ेगा। यह तस्वीर तब और साफ हो जाएगी जब नामांकन वापस लेने के बाद आयोग की अंतिम जानकारी सामने आएगी। हालांकि पहले से घोषित नहीं किए जाने के बावजूद जिन वार्डों में वाममोर्चा तथा कांग्रेस के बीच समझौता हो रहा है उनमें वार्ड 45 व 110 महत्वपूर्ण हैं। चौरंगी विधानसभा क्षेत्र के वार्ड नंबर 45 में तीन बार के कांग्रेस पार्षद रहे संतोष पाठक के खिलाफ वाम दलों ने उम्मीदवार नहीं उतारा है। इसी तरह टालीगंज विधानसभा क्षेत्र में माकपा के जाने माने पार्षद चयन भट्टाचार्य के वार्ड 110 में कांग्रेस का कोई उम्मीदवार नहीं है। कांग्रेस पार्षद प्रकाश उपाध्याय, जो पिछले नगर निगम चुनाव में वार्ड 29 से बड़े अंतर से जीते थे, वहां माकपा इस बार उम्मीदवार नहीं उतारना चाहती है। लेकिन फारवर्ड ब्लाक ने वहां उम्मीदवार उतारे हैं।

तृणमूल व भाजपा को हराना ही लक्ष्य

माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि जहां भी हमारा कोई उम्मीदवार नहीं होगा, जिसके पास तृणमूल और भाजपा के खिलाफ कांग्रेस या किसी अन्य पार्टी का कोई महत्वपूर्ण उम्मीदवार होगा, हम उसका समर्थन करेंगे। प्रदेश कांग्रेस पर्यवेक्षक समिति के अध्यक्ष नेपाल महतो का भी यही कहना है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य तृणमूल कांग्रेस और भाजपा का विरोध करना है। जहां कांग्रेस का उम्मीदवार नहीं होगा, हम उन दोनों दलों के खिलाफ ताकतों का समर्थन करेंगे।

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