West Bengal: सुवेंदु पर कुणाल का पलटवार, कहा-अपने पिता को जाकर सिखाएं दलबदल विरोधी कानून

West Bengal तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि सुवेंदु अधिकारी दूसरों के लिए कानून का ज्ञान बांटे बिना अपने पिता को यह बता सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिशिर अधिकारी ने तृणमूल सांसद के पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 07:33 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 07:33 PM (IST)
West Bengal: सुवेंदु पर कुणाल का पलटवार, कहा-अपने पिता को जाकर सिखाएं दलबदल विरोधी कानून
सुवेंदु पर कुणाल का पलटवार, कहा-अपने पिता को जाकर सिखाएं दलबदल विरोधी कानून। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी के दलबदल विरोधी कानून को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि पहले वह अपने पिता को जाकर यह कानून दिखाएं। भाजपा छोड़कर तृणमूल में वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय की वापसी पर नेता प्रतिपक्ष और उनके पूर्व सहयोगी सुवेंदु अधिकारी ने शनिवार को पहली बार मुंह खोला है। उन्होंने मुकुल रॉय पर दलबदल कानून के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कहा कि वह राज्य में इसे लागू करके रहेंगे। दरअसल, नियमानुसार पार्टी बदलने से पहले विधायक को अपनी पुरानी पार्टी से इस्तीफा देना होता है और विधायकी का पद भी छोड़ना होता है। इसी का जिक्र करते हुए सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि आज तक पश्चिम बंगाल में दल बदल कानून लागू नहीं हुआ है, लेकिन वह इसे लागू करवा कर रहेंगे।

सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं और दल बदल कानून को लागू करने के सारे नियम कानून जानते हैं। इसे जरूर लागू करेंगे, भले ही इसमें दो-तीन-चार महीने लग जाएं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि पार्टी छोड़ने से पहले नियम मानना ही होगा। नहीं मानने वालों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने में वह पूरी ताकत झोंकेंगे। दूसरी ओर, इस पर पलटवार करते हुए रविवार को तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि सुवेंदु अधिकारी दूसरों के लिए कानून का ज्ञान बांटे बिना अपने पिता को यह बता सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिशिर अधिकारी ने तृणमूल सांसद के पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया, जबकि भाजपा के मंच पर आए करीब डेढ़ महीने बीत चुके हैं। 

गत दिनों विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने राज्य के पूर्व मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय पर गंभीर आरोप लगाया है। सुवेंदु ने कहा कि अलापन बंद्योध्याय भ्रष्टाचार में शामिल हैं तभी मुख्यमंत्री उन्हें बचाने में लगी हैं। दरअसल, सुवेंदु राजभवन में राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा। इसके बाद राजभवन से बाहर मुखातिब होते हुए अधिकारी ने कहा कि विपक्ष नेता के तौर पर आज मैंने महामहिम राज्यपाल से मुलाकात की। किस प्रकार का राज्यभर में आतंकवाद चल रहा है इसके बारे में बताया। इसके साथ ही राज्य के पूर्व मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय को लेकर उन्होंने कहा कि जब 2020 में कोरोना महामारी की शुरुआत हुई, तब माननीय मुख्यमंत्री ने नकली किट की खरीद की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया था। अलापन उस कमेटी के अध्यक्ष थे। उस कमेटी की रिपोर्ट कहां है? विपक्ष के नेता के तौर पर मैं मांग करता हूं कि रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए। इसके आगे सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि अंडाल एयरपोर्ट के लिए 2300 एकड़ जमीन किसानों से ली गई थी। अलापन उस कमेटी के प्रभारी थे।

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