कोरोना की दूसरी लहर में पुलिस सतर्क, ट्रैफिक गार्ड में तैयार होगा आइसोलेशन रूम
कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर को देखते हुए पुलिस सतर्क हो गई है। अगर कोई पुलिसकर्मी बीमार पड़ता है तो उसे आइसोलेशन रूम में रखा जाएगा। इसके लिए ट्रैफिक गार्ड (Traffice Guard) की ओर से‘आइसोलेशन रूम’तैयार किए गए हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ते देख कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) के विभिन्न ट्रैफिक गार्ड (Traffic Guard) की ओर से‘आइसोलेशन रूम’(Isolation Room) तैयार किया गया है। कोलकाता ट्रैफिक पुलिस सूत्रों के अनुसार अगर कोई पुलिसकर्मी बीमार पड़ता है तो उसे आइसोलेशन रूम में रखा जाएगा। कोरोना की टेस्ट रिपोर्ट अगर पॉजिटिव आयी तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा और अगर निगेटिव आई तो उससे वापस ड्यूटी कराई जाएगी।
कोलकाता ट्रैफिक पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ट्रैफिक गार्ड में अधिकतर पुलिस कर्मी और ऑफिसर एक साथ रहते हैं। अगर कोई ट्रैफिक पुलिसकर्मी संक्रमित होता है तो दूसरा संक्रमित न हो , इसलिए यह कदम उठाया गया है। अभी से ही जोड़ाबागान और हावड़ा ट्रैफिक गार्ड में सतर्कतामूलक अभियान के तहत आइसोलेशन रूम चालू किया गया है। इस सप्ताह जोड़ाबागान ट्रैफिक गार्ड का एक पुलिस कर्मी बीमार पड़ गया था। उसे आइसोलेशन केंद्र में रखा गया था। टेस्ट करने पर पुलिस कर्मी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे इलाज के लिए अस्पताल में भेज दिया गया।
लालबाजार की ओर से सभी थाना और ट्रैफिक गार्ड के अधिकारियों को सतर्क किया गया है। पुलिस कर्मियों को मास्क और सैनिटाइजर अपने पास रखने के साथ थानों को सैनिटाइज करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा पुलिस कर्मियों से कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षामूलक उपाय करने के साथ ट्रैफिक नियम का उल्लंघन करने वाले लोगों पर कार्रवाई करने के लिए भी कहा गया है। खासतौर पर बड़ा बाजार, पोस्ता, मोचीपाड़ा जैसे भीड़भाड़ वाले इलाके में ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को भीड़ नियंत्रित करने के साथ सैकड़ों लोगों के संपर्क में आना पड़ता है। ऐसे में वहां खुद को संक्रमण से बचाने के लिए पुलिस कर्मियों को जरूरी कदम उठाने पड़ेंगे।