West Bengal Assembly Election 2021: जानिए, बंगाल में किस विधानसभा सीट पर कब होगा मतदान; कब आएंगे नतीजे

West Bengal Assembly Election 2021 बंगाल में मतदान की शुरुआत 27 मार्च को होगी। दूसरे चरण का एक अप्रैल तीसरे का छह अप्रैल चौथे का 10 अप्रैल पांचवें का 17 अप्रैल छठे का 22 अप्रैल सातवें का 26 अप्रैल और आठवें चरण का 29 अप्रैल को मतदान होगा।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 09:20 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 09:20 PM (IST)
West Bengal Assembly Election 2021: जानिए, बंगाल में किस विधानसभा सीट पर कब होगा मतदान; कब आएंगे नतीजे
जानिए, बंगाल में किस विधानसभा सीट पर कब होगा मतदान। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। West Bengal Assembly Election 2021: केंद्रीय चुनाव आयोग ने शनिवार को बंगाल सहित पांच राज्यों की विधानसभा के लिए चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया। इनमें 294 सीटों वाली बंगाल विधानसभा के लिए सबसे ज्यादा आठ चरणों में मतदान होगा। देश के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने दिल्ली में इसकी घोषणा की। दरअसल, इन पांच राज्यों में से पूरे देश की नजरें सबसे ज्यादा बंगाल पर टिकी हुई हैं जहां 10 साल से सत्ता पर काबिज ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी बेताब है। दोनों दलों के बीच सत्ता की लड़ाई के लिए जबर्दस्त संग्राम छिड़ा हुआ है। वहीं, चुनाव तारीखों की घोषणा के साथ राज्य में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है। यानी राज्य की कानून व्यवस्था सहित अन्य सभी प्रशासनिक शक्तियां अब चुनाव आयोग के हाथ में आ गई है। चुनाव आयोग ने बंगाल चुनाव के लिए दो पर्यवेक्षक भी नियुक्त किया है। इनमें वरिष्ठ आइपीएस विवेक दूबे व आइपीएस मृणाल कांति दास हैं जिन्हें पर्यवेक्षक बनाया गया है।

27 मार्च से राज्य में मतदान की होगी शुरुआत

केंद्रीय चुनाव आयोग चुनाव की घोषणा के बाद राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) आरिफ आफताब ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि राज्य में मतदान की शुरुआत 27 मार्च को होगी। इसके बाद दूसरे चरण का एक अप्रैल, तीसरे चरण का छह अप्रैल, चौथे चरण का 10 अप्रैल, पांचवें चरण का 17 अप्रैल, छठे चरण का 22 अप्रैल, सातवें चरण का 26 अप्रैल और आठवें चरण का 29 अप्रैल को मतदान होगा। इसके बाद दो मई को चुनाव के नतीजे आएंगे। आफताब ने बताया कि बंगाल में पहले चरण में 30, दूसरे चरण में 30, तीसरे में 31, चौथे में 44, पांचवें में 45, छठे में 43, सातवें में 36 और आठवें व अंतिम चरण में 35 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा।

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की होगी तैनाती

इधर, चुनावी तारीखों का ऐलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बंगाल में चुनावों के दौरान चाकचौबंद सुरक्षा के लिए केंद्रीय पुलिस बलों की तैनाती की बात कही। उन्होंने कहा है कि बंगाल में सीआरपीएफ की तैनाती होगी। राज्य के सभी संवेदनशील पोलिंग बूथों की पहचान कर ली गई है। संवेदनशील स्थानों पर पहले ही सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है। वहीं, सीईओ ने बताया कि चुनाव की तारीख की पूर्व संध्या से सीआरपीएफ और राज्य के शस्त्र बल पोलिंग स्टेशन की सुरक्षा संभालेंगे। पोलिंग अधिकारियों, पोलिंग बूथ और मतदाताओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी इन्हीं के कंधों पर होगी। इसके अलावा इन पुलिस बलों का उपयोग स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए किया जाएगा जहां मतदान के बाद ईवीएम और वीवीपैट मशीनें रखी जाएंगी। सुरक्षा बलों की तैनाती की पूरी जिम्मेदारी आयोग द्वारा नियुक्त किए गए केंद्रीय पर्यवेक्षक के जिम्मे होगी। राज्य के पुलिस अधिकारियों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के उपयुक्त और प्रभावशाली उपयोग के लिए पुलिस बलों की तैनाती रोटेशन के आधार पर की जाएगी।

कोरोना संक्रमण के मद्देनजर बंगाल में इस बार एक लाख से ज्यादा पोलिंग बूथ होंगे

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य में चुनाव कोरोना प्रोटोकॉल्स के तहत होंगे। यानी चुनाव में कोरोना की गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जाएगा। वोटरों की सुरक्षा का पूरी तरह ख्याल रखा जाएगा। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर बंगाल में इस बार एक लाख से ज्यादा पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे। चुनाव कार्य में जुटे सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन भी लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों की कोरोना से सुरक्षा और शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए चुनाव के समय में भी इस बार एक घंटे का इजाफा किया गया है।

पहला चरण - 27 मार्च को

पहले चरण में 30 विधानसभा सीटों पर मतदान होंगे। इनमें पुरुलिया, बांकुड़ा, झाडग़्राम, पश्चिम मेदिनीपुर व पूर्व मेदिनीपुर जिले की सीटें शामिल हैं। पहले चरण के लिए दो मार्च को अधिसूचना जारी होगी जबकि नौ मार्च तक नामांकन पत्र भरे जाएंगे। 12 मार्च तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकेंगे।

दूसरा चरण- एक अप्रैल को

दूसरे चरण में बांकुड़ा, पश्चिम मेदिनीपुर, पूर्व मेदिनीपुर एवं दक्षिण 24 परगना जिले की 30 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। दूसरे चरण के लिए पांच मार्च को अधिसूचना जारी होगी जबकि 12 मार्च तक नामांकन पत्र भरे जाएंगे। 17 मार्च तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकेंगे।

तीसरा चरण : छह अप्रैल को

हावड़ा, हुगली व दक्षिण 24 परगना जिले की 31 विधानसभा सीटों पर वोट पड़ेंगे। तीसरे चरण के लिए 12 मार्च को अधिसूचना जारी होगी जबकि 19 मार्च तक नामांकन पत्र भरे जाएंगे। 22 मार्च तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकेंगे।

चौथा चरण : 10 अप्रैल को

हावड़ा, हुगली, दक्षिण 24 परगना, अलीपुरद्वार व कूचबिहार जिले की 44 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। चौथे चरण के लिए 16 मार्च को अधिसूचना जारी होगी जबकि 23 मार्च तक नामांकन पत्र भरे जाएंगे। 26 मार्च तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकेंगे।

पांचवां चरण : 17 अप्रैल को

उत्तर परगना, नदिया, पूर्व बद्र्धमान, दार्जिलिंग, कलिम्पोंग व जलपाईगुड़ी जिले की 45 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। पांचवें चरण के लिए 23 मार्च को अधिसूचना जारी होगी जबकि 30 मार्च तक नामांकन पत्र भरे जाएंगे। तीन अप्रैल तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकेंगे।

छठा चरण : 22 अप्रैल को

उत्तर दिनाजपुर, उत्तर 24 परगना, नदिया व पूर्व बद्र्धमान जिले की 43 सीटों पर होगा मतदान। छठे चरण के लिए 26 मार्च को अधिसूचना जारी होगी जबकि तीन अप्रैल तक नामांकन पत्र भरे जाएंगे। सात अप्रैल तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकेंगे।

सातवां चरण : 26 अप्रैल को

मालदा, मुर्शिदाबाद, पश्चिम बद्र्धमान, कोलकाता दक्षिण व दक्षिण दिनाजपुर जिले की 36 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। सातवें चरण के लिए 31 मार्च को अधिसूचना जारी होगी जबकि सात अप्रैल तक नामांकन पत्र भरे जाएंगे। 12 अप्रैल तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकेंगे।

आठवां चरण : 29 अप्रैल को

मालदा, मुर्शिदाबाद, बीरभूम व कोलकाता उत्तर की 35 सीटों पर होगा मतदान। आठवें चरण के लिए 31 मार्च को अधिसूचना जारी होगी जबकि सात अप्रैल तक नामांकन पत्र भरे जाएंगे। 12 अप्रैल तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकेंगे।

2016 में सात चरणों में हुआ था चुनाव

बंगाल में हमेशा से कई चरणों में मतदान होता रहा है। 2016 में सात चरणों में जबकि 2011 में छह चरणों में राज्य में चुनाव हुआ था।

बंगाल में सात करोड़ से ज्यादा वोटर करेंगे अपने मताधिकार का इस्तेमाल

मुख्य चुनाव अधिकारी आरिफ आफताब ने बताया कि बंगाल में कुल 294 विधानसभा सीट हैं, इनमें 68 अनुसूचित जाति (एससी) और 16 अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं। विधानसभा का कार्यकाल 30 मई, 2021 को खत्म हो रहा है। बंगाल में इस बार 7,32,94,980 (सात करोड़ से ज्यादा) वोटर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 3,73,66,306 पुरुष मतदाता हैं, जबकि 3,59,27,084 महिला वोटर हैं। 1,590 थर्ड जेंडर वोटर हैं। 15 जनवरी 2021 को चुनाव आयोग ने जो अंतिम मतदाता सूची जारी की, उसके मुताबिक, राज्य में 1,12,642 सॢवस वोटर हैं। पुरुष और महिला वोटर का अनुपात 1000:961 है। यानी 1000 पुरुष वोटर के मुकाबले बंगाल में 961 महिला मतदाता हैं। चुनाव आयोग के मतदाता पुनरीक्षण में कुल 20,45,593 नये वोटर के नाम जोड़े गए जबकि 5,99,921 मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए। चुनाव आयोग ने कहा है कि 100 फीसद मतदाताओं को पहचान पत्र जारी किया जा चुका है।

2016 में तृणमूल ने जीतीं थी 211 सीटें

2016 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने 211 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि कांग्रेस और वामदलों के गठबंधन ने 72 सीटें जीती थी। भाजपा पिछली बार महज तीन सीटें जीती थीं। लेकिन, इस बार भाजपा और सत्तारूढ़ तृममूल के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। वहीं, कांग्रेस-वामदल मिलकर तीसरा कोण बनाने की कोशिश कर रहे हैं। 

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