West Bengal: ममता बनर्जी को बाहरी बताने पर केएलओ प्रमुख जीवन सिंह पर यूएपीए के तहत मुकदमा

West Bengal केएलओ प्रमुख जीवन सिंह हाल ही में जारी एक वीडियो संदेश में ममता बनर्जी को बाहरी करार दिया था। इससे पहले भी तृणमूल नेताओं को धमकी देने के मामले सामने आ चुका है। हालांकि यह पहली बार है जब सीएम के नाम से कोई वीडियो जारी किया गया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 05:28 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 05:28 PM (IST)
West Bengal: ममता बनर्जी को बाहरी बताने पर केएलओ प्रमुख जीवन सिंह पर यूएपीए के तहत मुकदमा
ममता बनर्जी को बाहरी बताने पर केएलओ प्रमुख जीवन सिंह पर यूएपीए के तहत मुकदमा। फाइल फोटो

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बाहरी बताने पर कामतापुर लिबरेशन आर्गेनाइजेशन (केएलओ) प्रमुख जीवन सिंह के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि निरोधी अधिनियम (यूएपीए) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। केएलओ प्रमुख जीवन सिंह हाल ही में जारी एक वीडियो संदेश में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को  बाहरी करार दिया था। इससे पहले भी तृणमूल नेताओं को धमकी देने के मामले सामने आ चुका है। हालांकि यह पहली बार है, जब मुख्यमंत्री के नाम से कोई वीडियो जारी किया गया है। इस बाबत महानगर से सटे बिधाननगर इलेक्ट्रानिक्स कांप्लेक्स थाना ने जीवन सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। जीवन सिंह ने कुछ दिन पहले यह वीडियो जारी किया था। उसमें यह कहते सुना जा सकता है कि ममता का बंगाल के बंटवारे का आरोप पूरी तरह से झूठा है। वीडियो में उन्होंने भाजपा सांसद जान बारला की अलग राज्य की मांग का स्वागत किया था।

एक गुप्त स्थान से जारी वीडियो में उन्होंने कहा कि भारत के स्वतंत्र होने से पहले और बाद में कोच साम्राज्य एक स्वतंत्र राज्य था। इस भूमि को बाद में भारत में मिला लिया गया। साल 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्र होने से पहले, पूर्वी बंगाल के बंगालियों ने वहां की विकट स्थिति के कारण इस भूमि में शरण ली थी। यह वीडियो सत्यापित नहीं है। केएलओ साल 1996 से अलग कामतापुर राज्य के लिए आंदोलन कर रहा है। जीवन सिंह के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। माना जा रहा है कि वह म्यांमार के किसी अज्ञात स्थान से कोच कामतापुर और राजवंशी समुदाय के लोगों को यह संदेश दिया है। वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, अगर अलग राज्य बनता है तो लोग विदेशी सरकार के दमन से मुक्त हो जाएंगे। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह यह वीडियो मैसेज कहां से भेज गया गया है। एक माह पहले केएलओ ने कूचबिहार जिला तृणमूल अध्यक्ष पार्थप्रतिम राय और पूर्व वन मंत्री बिनयकृष्ण बर्मन को धमकी भरे पत्र भेजे थे। केएलओ के लेटर हेड में प्रेस बयान जारी किया गया था। तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष और पूर्व सांसद पार्थप्रतिम राय और पूर्व मंत्री बिनयकृष्ण बर्मन को जान से मारने की धमकी दी गई थी। केएलओ के मुताबिक, चुनाव के नाम पर आम आदमी को ठगा गया है। 

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