भाजपा ममता के खिलाफ भवानीपुर सीट पर उपचुनाव नहीं लड़ती तो अच्छा राजनीतिक शिष्टाचार होता : राजीब बनर्जी

भाजपा नेता राजीब बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी अगर भवानीपुर सीट पर उपचुनाव नहीं लड़ती तो यह एक अच्छा राजनीतिक शिष्टाचार होता। उन्होंने बाबुल सुप्रियो के तृणमूल में शामिल होने के फैसले का स्वागत किया। राजीब विधानसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा से दूरी बनाकर चल रहे हैं।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 09:14 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 09:14 PM (IST)
भाजपा ममता के खिलाफ भवानीपुर सीट पर उपचुनाव नहीं लड़ती तो अच्छा राजनीतिक शिष्टाचार होता : राजीब बनर्जी
भाजपा नेता राजीब बनर्जी विधानसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा से दूरी बनाकर चल रहे हैं।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : भाजपा नेता राजीब बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी अगर भवानीपुर सीट पर उपचुनाव नहीं लड़ती तो यह एक अच्छा राजनीतिक शिष्टाचार होता। उन्होंने बाबुल सुप्रियो के तृणमूल में शामिल होने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने भाजपा में जो कुछ भी हो रहा है, उसपर अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है। राजीब विधानसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा से दूरी बनाकर चल रहे हैं।

उन्होंने हाल में तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी से उनके कार्यालय में मुलाकात की थी, जिससे उनके अपनी पुरानी पार्टी में वापसी की अटकलें लगाई जा रही हैं। उन्होंने कहा-'मुझे नहीं लगता कि भाजपा ने ममता बनर्जी के खिलाफ उम्मीदवार उतारकर सही काम किया है। अगर ऐसा नहीं होता तो यह एक अच्छा राजनीतिक शिष्टाचार होता। कांग्रेस की तरह भाजपा को भी मुख्यमंत्री के प्रति राजनीतिक शिष्टाचार दिखाना चाहिए था।'

बाबुल सुप्रियो के इस दावे पर कि पूर्व बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष की भाषा और उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए कुछ शब्दों ने पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन में योगदान दिया, राजीब ने कहा-'बाबुल ने दिलीप दा के बारे में जो कहा, उस पर मुझे टिप्पणी नहीं करनी चाहिए लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान हमारी पार्टी द्वारा विभाजनकारी अभियान चलाया गया था, जिसे अधिकांश मतदाताओं ने स्वीकार नहीं किया।'

नंदीग्राम में प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री के खिलाफ विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी द्वारा की गई टिप्पणी पर राजीब ने कहा-' मुझे लगता है कि एक जननेत्री के खिलाफ ममता बेगम और फूफा जैसे शब्दों के प्रयोग को बंगाल के लोगों ने अच्छी नजर से नहीं लिया है।

राजीब के बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा-'चुनाव के बाद से वह महीनों से हमारी राज्य इकाई के संपर्क में नहीं हैं। हमने उन्हें हमारे पास आने के बाद उचित मान्यता दी थी लेकिन अब वे सार्वजनिक रूप से भाजपा के खिलाफ टिप्पणी कर रहे हैं। अगर उन्हें कुछ कहना है तो उन्हें पार्टी से संपर्क करना चाहिए और आंतरिक रूप से इसपर चर्चा करनी चाहिए।'

भाजपा नेता ने आगे कहा-'राजीब बनर्जी को 30 सितंबर को होने वाले उपचुनाव में ममता बनर्जी के खिलाफ भगवा पार्टी द्वारा उम्मीदवार उतारने के खिलाफ बात नहीं करनी चाहिए थी। भवानीपुर में भाजपा का हर कोई एकजुट होकर तृणमूल के खिलाफ लड़ रहा है।

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