दूसरे राज्यों से बंगाल आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट साथ लेकर आना अनिवार्य
ममता सरकार ने दूसरे राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से लंबी दूरी की ट्रेनों से बंगाल आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट साथ लेकर आना अनिवार्य कर दिया है। टेस्ट रिपोर्ट ट्रेन में चढ़ने से 72 घंटे पहले से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को नया एलान करते हुए कहा बंगाल में अब दूसरे राज्यों के मंत्रियों की भी तभी एंट्री होगी, जब उनकी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव होगी और अगर मंत्री कोरोना पॉजिटिव होते हैं तो उन्हें 14 दिन क्वारंटाइन में रहना होगा और वो अपना इलाज अपने पैसे से ही कराएंगे। इसके साथ ही ममता सरकार ने दूसरे राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से लंबी दूरी की ट्रेनों से बंगाल आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट साथ लेकर आना भी अनिवार्य कर दिया है।
टेस्ट रिपोर्ट ट्रेन में चढ़ने से 72 घंटे पहले से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए। ममता सरकार की ओर से इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी गई है। सरकार की तरफ से आगे कहा गया है कि ट्रेनों से यहां आने के बाद उन यात्रियों को सात दिनों तक घर पर अपने स्वास्थ्य की खुद से निगरानी करनी होगी। इस दौरान उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार होने अथवा सांस लेने में दिक्कत होने पर निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ेगा अथवा कोविड-19 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करना पड़ेगा।
लोगों को यात्रा के दौरान सही तरीके से मास्क का इस्तेमाल करना पड़ेगा और शारीरिक दूरी के नियम का भी अक्षरश: पालन करना पड़ेगा। किसी यात्री में अगर कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो उसकी जांच कराई जाएगी और जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें कोविड-19 सेंटर ले जाकर भर्ती कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना को लेकर पत्र लिखकर वैक्सीन व अन्य जरूरी दवाएं उपलब्ध कराने की मांग की। पीएम को लिखे पत्र में ममता ने कहा कि बंगाल को तीन करोड़ वैक्सीन डोज की तुरंत जरूरत है जबकि अब तक डेढ़ लाख ही वैक्सीन मिली है। उन्होंने कहा कि टीके की दूसरी डोज की कमी के कारण काफी दिक्कतें आ रही है।वर्तमान में वैक्सीन अपर्याप्त है, जिसके चलते 18 साल से ऊपर के लोगों को इस समय वैक्सीन नहीं दे पा रहे हैं।