बीएसएफ व बीजीबी के बीच महानिरीक्षक स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन संपन्न, सीमा पार अपराधों से मिलकर लड़ने का संकल्प दोहराया

सीमा सुरक्षा बलों बीएसएफ व बीजीबी के बीच आयोजित तीन दिवसीय महानिरीक्षक स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन (बॉर्डर को-ऑर्डिनेशन कॉन्फ्रेंस) संपन्न हो गया। बीजीबी के क्षेत्रीय कमांडरों के बीच प्रभावी सीमा प्रबंधन एवं आपसी हितों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर सौहार्दपूर्ण माहौल में बातचीत हुई

By Priti JhaEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 09:13 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 09:13 AM (IST)
बीएसएफ व बीजीबी के बीच महानिरीक्षक स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन संपन्न, सीमा पार अपराधों से मिलकर लड़ने का संकल्प दोहराया
सम्मेलन के समापन के मौके पर दस्तावेज पर हस्ताक्षर करते बीएसएफ आइजी अश्विनी कुमार सिंह।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। भारत और बांग्लादेश के सीमा सुरक्षा बलों बीएसएफ व बीजीबी के बीच आयोजित तीन दिवसीय महानिरीक्षक स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन (बॉर्डर को-ऑर्डिनेशन कॉन्फ्रेंस) गुरुवार को संपन्न हो गया। कोलकाता स्थित दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 22–24 जून तक आयोजित इस सम्मेलन में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिरीक्षकों और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के क्षेत्रीय कमांडरों के बीच प्रभावी सीमा प्रबंधन एवं आपसी हितों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर सौहार्दपूर्ण माहौल में बातचीत हुई।

बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक (आइजी) अश्विनी कुमार सिंह ने किया। वहीं, 17 सदस्यीय बीजीबी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ब्रिगेडियर जनरल रकीबुल करीम चौधरी, एएफडब्ल्यूसी, पीएससी, अतिरिक्त महानिदेशक, रीजन कमांडर, उत्तर पश्चिम क्षेत्र, रंगपुर ने किया। बांग्लादेश के गृह व विदेश मंत्रालय के अधिकारी भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे।

बीएसएफ की ओर से एक बयान में बताया गया कि सम्मेलन के दौरान प्रभावी सीमा प्रबंधन के लिए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें सोना/जाली नोटों/नारकोटिक्स/मवेशी समेत अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी एवं अन्य सीमा अपराधों के खिलाफ एक साथ समन्वित गश्त एवं सीमा की पवित्रता के उल्लंघन के रोकने के उपाय आदि शामिल थे। अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार आवाजाही को रोकने, सीमा पर लगे तारबंदी को काटने वालों से सख्ती से निपटने, भारतीय क्षेत्र में नदी से रेत/पत्थरों की अवैध खुदाई रोकने आदि पर भी दोनों पक्षों में चर्चा हुई। इसके अलावा बैठक के दौरान सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे और विकास कार्यों से संबंधित विभिन्न लंबित मुद्दों पर भी चर्चा की गई।

दोनों पक्षों ने समन्वित सीमा प्रबंधन योजना (सीबीएमपी) के तहत संचालित की जा रही विभिन्न गतिविधियों की सराहना की जिसमें एक साथ समन्वित गश्त (एससीपी), खुफिया जानकारी साझा करना, संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान और सभी स्तरों पर बैठकों की आवृत्ति में वृद्धि शामिल है। दोनों सीमा सुरक्षा बलों ने सीमा पार अपराधों, नशीले पदार्थों की तस्करी आदि के खतरे से लड़ने के लिए एक प्रभावी सीमा प्रबंधन प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए सभी क्षेत्रों में सूचना और सहयोग के आदान-प्रदान को और बढ़ाने का निर्णय लिया।

दोनों पक्षों ने एक दूसरे के प्रयासों की सराहना की

दोनों पक्षों ने एक दूसरे के द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की, जिसके परिणामस्वरूप सीमा पार अपराध में गिरावट आई है। साथ ही दोनों बलों ने सभी प्रकार के सीमा पार अपराधों से और मजबूती से मिलकर लड़ने का संकल्प दोहराया। दोनों पक्षों ने संबंधित सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास परियोजनाओं के निर्माण को आगे बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। दोनों बलों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि विश्वास बहाली के उपायों ने दोनों सुरक्षा बलों के बीच समझ में सुधार किया है।बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि छह माह में एक बार होने वाले इस सम्मेलन का उद्देश्य बेहतर सीमा प्रबंधन के लिए भारत और बांग्लादेश दोनों के सीमा रक्षक बलों के बीच आपसी सहयोग और समझ में सुधार करना और दोनों देशों के आपसी हित में विभिन्न सीमा संबंधी मुद्दों को हल करना है।

बीएसएफ व बीजीबी की ओर से ये अधिकारी हुए शामिल

बीएसएफ की ओर से रवि गांधी, आईजी, उत्तर बंगाल फ्रंटियर, संजय कुमार गहलोत, आईजी, गुवाहाटी फ्रंटियर, जितेंद्र कुमार रुडोला, डीआइजी, नोडल अधिकारी, बीएसएफ, गुवाहाटी फ्रंटियर, सुरजीत सिंह गुलेरिया डीआइजी, नोडल अधिकारी, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर, राजीवा रंजन शर्मा, डीआइजी, नोडल अधिकारी, उत्तर बंगाल फ्रंटियर, केके मजूमदार, कमांडेंट, स्टाफ अधिकारी, स्पेशल मुख्यालय डीजी ईस्ट, कोलकाता और रविरंजन, द्वितीय कमान अधिकारी, स्टाफ अधिकारी, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने सम्मेलन में हिस्सा लिया।

बीजीबी प्रतिनिधिमंडल में मोहम्मद नजमुल हक, पीएससी, उप महानिदेशक, क्षेत्रीय कमांडर, दक्षिण पश्चिम क्षेत्र, जैसोर, मोहम्मद जकारिया हुसैन, पीएससी, जी, उप महानिदेशक, उत्तर पश्चिम क्षेत्र, रंगपुर, मोहम्मद अनवर लतीफ खान, बीपीएम (बार), जी, उप महानिदेशक, सेक्टर कमांडर राजशाही, मोहिउद्दीन मोहम्मद जाबेद, एसयूपी, पीएससी, जी, उप महानिदेशक, सेक्टर कमांडर, कुश्तिया, एसएम आजाद, एसयूपी, उप महानिदेशक, सेक्टर कमांडर ठाकुरगांव, मोहम्मद मोबारक हुसैन भुइयां, पीएससी उप महानिदेशक, सेक्टर कमांडर दिनाजपुर, मोहम्मद यासिर जहां हुसैन, पीएससी, उप महानिदेशक, सेक्टर कमांडर रंगपुर, मोहम्मद गोलाम कबीर, पीएससी, निदेशक, नोडल अधिकारी, दक्षिण पश्चिम क्षेत्र, जशोर, मोहम्मद अरेफुर रहमान, एसपीपी, पीएससी , निदेशक (योजना), स्टाफ अधिकारी, मुख्यालय बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश, मोहम्मद यूसुफ चौधरी, पीएससी, निदेशक, नोडल अधिकारी, उत्तर पश्चिम क्षेत्र, रंगपुर, मोहम्मद मुस्ताक अहमद, अतिरिक्त निदेशक, स्टाफ अधिकारी, मुख्यालय बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश, सुश्री नुसरत जहां, सहायक सचिव (दक्षिण एशिया-1), विदेश मंत्रालय, बांग्लादेश और अली अहसान निशात, उपमंडल अभियंता, संयुक्त नदी आयोग, बांग्लादेश शामिल थे। 

chat bot
आपका साथी