Independence Day 2020: हुगली में झंडा फहराने को लेकर हुई हिंसा में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या
बंगाल में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शनिवार को झंडोत्तोलन को लेकर हुए राजनीतिक संघर्ष में एक भाजपा कार्यकर्ता की कथित तौर पर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शनिवार को झंडोत्तोलन को लेकर हुए राजनीतिक संघर्ष में एक भाजपा कार्यकर्ता की कथित तौर पर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। यह घटना हुगली जिले के खानाखुल इलाके के नातीपुर-2, दौलतचक गांव में घटी है। घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है। हत्या को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करके स्थिति को नियंत्रित करना पड़ा। इस मामले में पुलिस ने आठ लोगों को हिरासत में लिया है। मृतक भाजपा कार्यकर्ता का नाम सुदर्शन प्रमाणिक बताया गया है।
पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, घटना को लेकर भारी तनाव के मद्देनजर इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। बताया जाता है कि शनिवार सुबह जब खानाखुल के नातीपुर गांव में भाजपा की ओर स्वतंत्रता दिवस का पालन किया जा रहा था, उसी समय आरोप है कि तृणमूल समर्थित गुंडों ने धारदार हथियार से सुदर्शन प्रमाणिक के उपर हमला बोल दिया। लहूलुहान हालत में उसे नातीपुर ग्रामीण अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, हत्या की खबर सुनकर भाजपा कार्यकर्ता उत्तेजित हो उठे और तृणमूल कांग्रेस के पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ करते हुए उसमें आग लगा दी। खबर पाकर जब मौके पर पुलिस पहुंची तो भाजपा कर्मियों के साथ गांववाले भी पुलिस को घेर कर विरोध जताना शुरु कर दिया। इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करके स्थिति को नियंत्रित करना पड़ा।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने की घटना की निंदा, तृणमूल ने आरोपों को किया खारिज
इधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के दौरान तृणमूल के गुंडो ने हमारे पार्टी के कार्यकर्ता की हत्या की है। राज्य में अब कानून- व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। दूसरी ओर, हुगली जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष दिलीप यादव ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस घटना से तृणमूल कांग्रेस का कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की आपसी गुटबाज़ी का नतीजा और अपनी ही पार्टी के लोगों के हाथों भाजपा कार्यकर्ता की हत्या हुई है।