कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए बंगाल में कई धार्मिक स्थलों पर प्रवेश निषिद्ध

महानगर स्थित दक्षिणेश्वर काली मंदिर और बीरभूम जिले के तारापीठ काली मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया। इस्कॉन मायापुर ने चंद्रदया मंदिर को 30 मई तक बंद कर दिया है। लॉकडाउन के कारण 65 गिरजाघरों ने भी श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 09:36 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 09:36 AM (IST)
कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए बंगाल में कई धार्मिक स्थलों पर प्रवेश निषिद्ध
बंगाल में कई धार्मिक स्थलों पर प्रवेश निषिद्ध

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए बंगाल सरकार द्वारा पूर्ण लॉकडाउन लगाए जाने के बाद राज्य के कई बड़े मंदिरों में रविवार से प्रवेश निषिद्ध कर दिया गया। राज्य में 16 से 30 मई तक संपूर्ण लॉकडाउन लगाए जाने के बाद महानगर स्थित दक्षिणेश्वर काली मंदिर और बीरभूम जिले के तारापीठ काली मंदिर को रविवार से श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया।

दक्षिणेश्वर मंदिर के अधिकारियों की तरफ से कौशल चौधरी ने कहा, ‘‘हमने श्रद्धालुओं के प्रवेश पर 30 मई तक पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है।’’ उन्होंने कहा कि दैनिक पूजा और अन्य रीति-रिवाज पहले की तरह जारी रहेंगे। तारापीठ मंदिर प्रबंधन ने नोटिस जारी कर कहा कि कोविड-19 लॉकडाउन के कारण श्रद्धालु 16 मई से 30 मई तक मंदिर परिसर में नहीं आ सकेंगे। प्रबंधन ने कहा, ‘‘हम समय-समय पर स्थिति की समीक्षा करेंगे।’’ बहरहाल, रीति-रिवाज जारी रहेंगे।

इस्कॉन मायापुर ने श्री चंद्रदया मंदिर को दर्शकों और स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए 30 मई तक बंद कर दिया है। बहरहाल, कई छोटे मंदिर खुले रहे जिनमें महानगर के श्यामबाजार इलाके में काली मंदिर और अगरपारा के बेलताला इलाके के मंदिर शामिल हैं। महामारी और लॉकडाउन के कारण 65 गिरजाघरों ने भी श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया है। 

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