सारधा चिटफंड घोटाले में सीबीआइ ने आयकर विभाग को पत्र लिखकर मांगी अहम जानकारियां
सीबीआइ की कुछ प्रभावशाली लोगों पर नजर एक जनप्रतिनिधि भी शामिल सारधा समेत विभिन्न चिटफंड घोटालों के रुपये को आयकर स्कीम के जरिए सफेद करने का संदेह सीबीआइ अधिकारियों को संदेह है कि सारधा समेत विभिन्न चिटफंड घोटालों के रुपये को उस आयकर स्कीम के जरिए सफेद किया गया।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बहुचर्चित सारधा चिटफंड घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ ने आयकर विभाग को पत्र लिखकर मामले से जुड़ीं अहम जानकारियां मांगी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीआइ के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं, जिनकी पुष्टि करने के लिए आयकर विभाग से विवरण मांगा गया है। सीबीआइ की कुछ प्रभावशाली लोगों पर नजर है। इनमें एक जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं। उनसे जल्द पूछताछ की जा सकती है।
गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2014-15 में आयकर विभाग की तरफ से एक स्कीम की घोषणा की गई थी, जिसके तहत आयकर भुगतान के लिए बड़ी छूट की दी गई थी। उक्त जनप्रतिनिधि ने 260 करोड़ रुपये का उस योजना के तहत खुलासा किया था। उस राशि पर 104 करोड़ रुपये का आयकर जुर्माना लगा था।
सीबीआइ ने आयकर विभाग से उसका पूरा विवरण मांगा है। सीबीआइ अधिकारियों को संदेह है कि सारधा समेत विभिन्न चिटफंड घोटालों के रुपये को उस आयकर स्कीम के जरिए सफेद किया गया। सीबीआइ इस मामले में जल्दी कई और लोगों से भी पूछताछ करने जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीआइ के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं, जिनकी पुष्टि करने के लिए आयकर विभाग से विवरण मांगा गया है। सीबीआइ की कुछ प्रभावशाली लोगों पर नजर है। इनमें एक जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं। उनसे जल्द पूछताछ की जा सकती है।
गौरतलब है कि सारधा चिटफंड घोटाले की जांच वर्ष 2013 से चल रही है। सीबीआइ इस मामले में नवंबर तक अंतिम चार्जशीट पेश कर सकती है। चार्जशीट में एक आइपीएस अफसर समेत छह लोगों के नाम हो सकते हैं।मामले की जांच के दौरान अब तक कई तृणमूल नेताओं की गिरफ्तारी हो चुकी है।
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