कोरोना मरीजों के डर को दूर करने के लिए बंगाल में अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं की पहल, कोई कर रहा नृत्य, तो कोई गा रहा गीत
इन दिनों देश भर में कोरोना की दूसरी लहर को लेकर बंगाल के विभिन्न शहरों में स्थित अस्पतालों में अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं ने इलाज के साथ कोरोना मरीजों के डर घबराहट और निराशा को दूर करने के लिए एक अभिनव पहल की है।
इंद्रजीत सिंह, कोलकाता : इन दिनों देश भर में कोरोना की दूसरी लहर को लेकर इसके मरीज डरे-सहमे हुए हैं। ऐसे माहौल में हाल के दिनों में बंगाल के विभिन्न शहरों में स्थित अस्पतालों में अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं ने इलाज के साथ कोरोना मरीजों के डर, घबराहट और निराशा को दूर करने के लिए एक अभिनव पहल की है। उन्होंने गीत, संगीत और नृत्य के जरिए कोरोना मरीजों में जोश भरने की कोशिश की है।
हाल में कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में पीपीई किट पहने एक स्वास्थ्य कर्मी ने कोरोना वार्ड के अंदर लोकप्रिय हिंदी गीत 'निबोड़ा-निबोड़ा' पर नृत्य करके मरीजों का दिल जीत लिया। वार्ड में मौजूद डॉक्टर और नर्सों ने भी अजीत कुमार पटनायक नाम के स्वास्थ्य कर्मी के बिंदास नृत्य में उनका साथ दिया। अस्पताल के सूत्रों के अनुसार उन्होंने कोरोना मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य को बहाल करने के लिए यह पहल की है, ताकि वे तेजी से ठीक हों। इस नृत्य का वीडियो भी वायरल हुआ था। हालांकि आम लोगों के साथ-साथ डॉक्टरों ने भी इसकी प्रशंसा की थी।
इसी तरह गत दिनों रवींद्र जयंती पर उत्तर दिनाजपुर जिले के रायगंज के मिक्कीमेघा कोविड अस्पताल में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका मरीजों ने कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए खूब आनंद उठाया। इस अवसर पर डॉक्टर नर्स व स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना था कि कोरोना पीड़ित मानसिक रूप से थोड़ा अकेला महसूस करते हैं। इसलिए यह प्रयास किया गया।
इसी प्रकार पिछले दिनों मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना पीड़ितों की मानसिक पीड़ा को कम करने के लिए अभिनव संगीत चिकित्सा की पहल की गई। यहां के डॉक्टरों ने स्टेथोस्कोप को छोड़ गिटार थाम लिया और मरीजों का दिल बहलाने की कोशिश की। डॉक्टरों के सुनाए संगीत से मरीज खूब आनंदित हुए। अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार कई मामलों में कोरोना मरीज भय और घबराहट से काल के गाल में समा जा रहे हैं। इसे ध्यान में रखते हुए यह पहल की गई है। बताते चलें कि स्वास्थ्य कर्मियों के इन प्रयासों के वीडियो भी वायरल हुए हैं जिसका डॉक्टरों के साथ साथ आम लोगों ने भी खूब सराहना की है।