IIT खडग़पुर ने कोविड-19 का पता लगाने वाली टेक्नोलॉजी 'कोविरैप' को वाणिज्यिक तौर पर किया जारी
आइआइटी खडग़पुर (IIT Kharagpur) ने कोविड-19 का पता लगाने वाली टेक्नोलॉजी कोविरैप (Covirap) को वाणिज्यिक तौर पर जारी कर दिया है। कोविरैप के वाणिज्यणीकरण से भारतीय बाजार में वाजिब मूल्य पर एक हेल्थकेयर उत्पाद (Healthcare Products) उपलब्ध होगा।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आइआइटी) खडग़पुर ने कोविड-19 का पता लगाने वाली टेक्नोलॉजी 'कोविरैप' को वाणिज्यिक तौर पर जारी किया है। इस उत्पाद को मुख्य शोधकर्ताओं प्रोफेसर सुमन चक्रवर्ती, डॉ. अरिंदम मंडल और उनके अनुसंधान समूह ने विकसित किया है और रैपिड डायग्नास्टिक ग्रुप ऑफ कंपनीज, इंडिया और ब्रामर्टन होल्डिंग्स, एलएलसी, अमेरिका को इसके वाणिज्यिक उत्पादन के लिए लाइसेंस प्रदान किया गया है।
आइआइटी खडग़पुर के निदेशक प्रोफेसर वीके तिवारी ने बताया कि यह कदम बेहद महत्वपूर्ण मोड़ पर उठाया गया है। कोरोना के मामलों में हाल में तेजी आई है, जिसे इसकी दूसरी लहर कहा जा रहा है। इसमें कोरोना के और तेजी से फैलने की आशंका है। कोविरैप के वाणिज्यणीकरण से भारतीय बाजार में वाजिब मूल्य पर एक हेल्थकेयर उत्पाद उपलब्ध होगा। पता चला है कि ब्रामर्टन होल्डिंग्स ने इसका वैश्विक अधिकार हासिल करने के लिए रिकॉर्ड मूल्य में सौदा किया है। कोविरैप एक पोर्टेबल डिवाइस है, जिसकी बदौलत कोरोना की मानव स्वाब के नमूने से सीधे तौर पर जांच की जा सकेगी। नमूना संग्रह करने के 45 मिनट के अंदर जांच रिपोर्ट उपलब्ध हो जाएगी।