हिंदी-मैथिली के नवोदित कवि व रेल अधिकारी विजय कुमार यादव को मिला यशपाल साहित्य सम्मान

हिंदी और मैथिली के नवोदित कवि एवं वरिष्ठ रेलवे अधिकारी विजय कुमार यादव को यशपाल साहित्य सम्मान-2021 से सम्मानित किया गया है। उनकी देश प्रेम से प्रेरित कविता आओ भारतवासी मिलकर देश का नवनिर्माण करें के लिए यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया गया है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 10:43 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 10:43 PM (IST)
हिंदी-मैथिली के नवोदित कवि व रेल अधिकारी विजय कुमार यादव को मिला यशपाल साहित्य सम्मान
नवोदित कवि व रेल अधिकारी विजय कुमार यादव।

जागरण संवाददाता, कोलकाता : हिंदी और मैथिली के नवोदित कवि एवं वरिष्ठ रेलवे अधिकारी विजय कुमार यादव को यशपाल साहित्य सम्मान-2021 से सम्मानित किया गया है। उनकी देश प्रेम से प्रेरित कविता 'आओ भारतवासी मिलकर देश का नवनिर्माण करें' के लिए यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया गया है। पिछले दिनों साहित्य सुधा, न्यू बंगाईगांव द्वारा देशभर के चुनिंदा 113 हिंदी कवियों को उनकी उत्कृष्ट रचना के लिए यह सम्मान प्रदान किया गया, जिसमें यादव भी शामिल थे।

बता दें कि यादव पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे मुख्यालय, मालीगांव गुवाहाटी में मुख्य दक्षता निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं।मूल रूप से बिहार के मधुबनी जिले के नाहर- बलुआहा गांव निवासी विजय कुमार यादव रेलवे में अपने दायित्वों का निर्वहन करने के साथ पिछले पांच वर्षों से साहित्य एवं गीत सृजन में भी संलग्न हैं। 

बहुमुखी प्रतिभा के धनी विजय को बचपन से ही इसके प्रति काफी रुचि रही है। इनकी हिंदी और मैथिली में अनेकों रचनाएं प्रमुख पत्र- पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रही हैं। केंद्रीय सतर्कता आयोग की पत्रिका विजये वाणी, रेलवे बोर्ड की राजभाषा निदेशालय की पत्रिका ई-राजभाषा, पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के सतर्कता विभाग के विजिलेंस बुलेटिन आदि में भी इनकी रचनाएं प्रकाशित हो चुकी हैं। साहित्य सृजन के साथ- साथ वे हिंदी एवं मैथिली भाषा की अपनी रचनाओं को स्वरबद्ध भी करते हैं।इसके अतिरिक्त दोनों भाषाओं के गीतों के अच्छे गायक भी हैं।

यशपाल साहित्य सम्मान से पूर्व  रेलवे बोर्ड के व्यक्तिगत नकद पुरस्कार, महाप्रबंधक (राजभाषा के क्षेत्र में) पुरस्कार, हास्य कवि पुरस्कार रेलवे 2021 आदि से भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है। बताते चलें कि बेहद सामान्य परिवार से आने वाले यादव ने अपनी कड़ी मेहनत की बदौलत रेलवे में नौकरी हासिल करने के बाद न सिर्फ बहुत कम समय में उच्च पद तक का सफर तय किया है, बल्कि साहित्य के क्षेत्र में भी वे अपना परचम लहरा रहे हैं।

chat bot
आपका साथी