स्कूली छात्रों के स्वास्थ्य परीक्षण को होम्योपैथी व आयुर्वेद चिकित्सकों की नियुक्ति करेगी सरकार

बंगाल सरकार नियमित आधार पर जिले के विभिन्न विद्यालयों में छात्रों के स्वास्थ्य जांच के लिए 459 पुरानी चिकित्सा पद्धति के विशेषज्ञों की सेवाएं लेगी।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Fri, 14 Dec 2018 12:50 PM (IST) Updated:Fri, 14 Dec 2018 12:50 PM (IST)
स्कूली छात्रों के स्वास्थ्य परीक्षण को होम्योपैथी व आयुर्वेद चिकित्सकों की नियुक्ति करेगी सरकार
स्कूली छात्रों के स्वास्थ्य परीक्षण को होम्योपैथी व आयुर्वेद चिकित्सकों की नियुक्ति करेगी सरकार

कोलकाता, जागरण संवाददाता। प्राचीन चिकित्सकीय पद्धति आयुर्वेद, होम्योपैथिक व यूनानी को बढ़ावा देने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य भर में नई पहल की है। अब राजधानी कोलकाता समेत प्रत्येक क्षेत्र में नियमित तौर पर छात्रों के स्वास्थ्य जांच के लिए इन तीनों ही चिकित्सकीय विशेषज्ञों की नियुक्ति पश्चिम बंगाल सरकार करेगी।

राज्य स्वास्थ्य शिक्षा विभाग की ओर से इस बारे में जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया है कि बंगाल सरकार नियमित आधार पर जिले के विभिन्न विद्यालयों में छात्रों के स्वास्थ्य जांच के लिए 459 पुरानी चिकित्सा पद्धति के विशेषज्ञों की सेवाएं लेगी। इसके लिए आवश्यक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा पद्धति के जो भी चिकित्सक सरकारी तौर पर अपनी सेवा दे रहे हैं उन्हीं को विभिन्न क्षेत्रों में इस कार्य में लगाया जाएगा। राज्य स्वास्थ्य विभाग इन चिकित्सा अधिकारियों को संविदात्मक आधार पर नियुक्त करेगा। होम्योपैथी के‌ 333, आयुर्वेद से 80 और यूनानी से 46 चिकित्सक इस प्रक्रिया में शामिल होंगे।

जानकारी के मुताबिक गांवों में छात्रों को अक्सर विभिन्न बीमारियों से पीड़ित पाया जाता है लेकिन उन्हें प्रारंभिक स्तर पर इसकी भनक तक नहीं होती है। स्कूल स्तर पर स्वास्थ्य जांच-पड़ताल में इन चिकित्सा अधिकारियों को लगाया जाएगा ताकि स्कूल स्तर पर ही बच्चों के अंदर मौजूद बीमारियों का पता चल सके ताकि समय पर उनका इलाज हो और उनका भविष्य बेहतर हो सके। मूल रूप से त्वचा की समस्याओं, हृदय की स्थिति, पोषण की पर्याप्तता, और अन्य  बीमारियों की जांच की जाएगी।  

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