Corona in Bengal: कोलकाता में पूर्ण लॉकडाउन की तृणमूल समर्थकों ने ही निकाली हवा, निकाला विजय जुलूस, छोड़े पटाखे
पहले ही दिन सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं ने लॉकडाउन के दिशा- निर्देशों की उड़ाई धज्जियां। यह सब कुछ तब हुआ है जब दो मई को चुनाव नतीजे के दिन ही ममता बनर्जी ने सभी को निर्देश दिया था कि कोरोना के चलते कोई विजय जुलूस या रैली नहीं निकालें।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता । बंगाल में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर रविवार को राज्यव्यापी पूर्ण लॉकडाउन शुरू हुआ।लेकिन सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं ने अपनी ही सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन के दिशा- निर्देशों की पहले दिन ही धज्जियां उड़ाते हुए इसकी हवा निकाल दी। विधानसभा चुनाव में पार्टी की प्रचंड जीत की खुशी में हावड़ा जिले के जगतबल्लभपुर के गोविन्दपुर पश्चिमपाड़ा इलाके में तृणमूल कार्यकर्ताओं ने लॉकडाउन के बावजूद रविवार को विजय जुलूस निकाला। बैंड बाजे के साथ इस जुलूस ने पूरे इलाके का भ्रमण किया। इस दौरान बैंड पार्टी और डीजे की धुन पर तृणमूल कार्यकर्ता नाचते नजर आए।
कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कार्यकर्ता जमकर हरा अबीर से होली भी खेली और पटाखे भी फोड़े। इस दौरान अधिकतर तृणमूल कार्यकर्ताओं के मुंह पर मास्क भी नहीं थे। आरोप है कि इस दौरान पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद थे लेकिन वह मूकदर्शक बने रहे।
गौरतलब है कि यह सब कुछ तब हुआ है जब दो मई को चुनाव नतीजे के दिन ही पार्टी की लगातार तीसरी बार जीत के बाद खुद मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपने सभी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया था कि कोरोना के चलते इस समय राज्य में कोई भी विजय जुलूस या रैली नहीं निकालें। उन्होंने कहा था कि स्थिति सामान्य होने के बाद कोलकाता के ब्रिगेड मैदान में विजय उत्सव मनाया जाएगा। इसके बाद राज्य में कहीं भी विजय जुलूस नहीं निकाया गया था। इस बीच राज्य सरकार की ओर से शनिवार को पूरे राज्य में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई। जिसमें साफ कहा गया है कि कहीं भी कोई धार्मिक, राजनीतिक जुलूस नहीं निकाले जा सकते हैं। लेकिन, इस दिशा- निर्देश का हावड़ा के पांचला विधानसभा अंतर्गत गोविन्दपुर पश्चिमपाड़ा के तृणमूल कार्यकर्ताओं पर कोई असर नहीं हुआ और उन्होंने नियमों की धज्जियां उड़ा दी। स्थानीय तृणमूल नेताओं का कहना था कि ईद के बाद विजय जुलूस निकालने का उन्होंने पहले ही निर्णय लिया था। हालांकि बाद में ऊपर से कथित तौर पर फटकार के बाद तृणमूल नेताओं ने भूल स्वीकार की है। उन्होंने माना है कि कार्यकर्ताओं के दवाब में आकर यह विजय जुलूस निकाला गया।
नियम तोड़ने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई : तृणमूल जिला अध्यक्ष
इधर, हावड़ा जिला सदर तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष भाष्कर भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य में कहीं भी तृणमूल द्वारा विजय जुलूस नहीं निकाला जा रहा है, लेकिन जगतबल्लभपुर में कुछ कार्यकर्ताओं ने इस जुलूस का आयोजन किया था। जिन लोगों ने नियमों को तोड़ा है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि जुलूस में कोई बड़े पार्टी के नेता तो नहीं दिखे, बूथ स्तर के कर्मियों ने इसका आयोजन किया था, ऐसी जानकारी मिली है।
भाजपा ने साधा निशाना
वहीं, प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी के सदस्य उमेश राय ने कहा कि तृणमूल कार्यकर्ता आज ममता बनर्जी के बस में नहीं हैं। इसका उदाहरण आज देखने को मिला जहां पूरा राज्य लॉकडाउन का पालन कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर जीत का जुलूस निकाला जा रहा है।आज जुलूस निकाल रहे हैं तो कल किसी भाजपा कार्यकर्ता पर हमला करेंगे।