Bengal Chunav: हुगली की रैली से मोदी ने किया माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापने वाले राधानाथ सिकदर का जिक्र

सिकदर ही पहले व्यक्ति थे जिन्होंने 1852 में इस पर्वत की ऊंचाई को मापने में कामयाबी हासिल की। सिकदर एक भारतीय गणितज्ञ थेइनका जन्म 5 अक्टूबर 1813 को बंगाल के जोड़ासांको में हुआ था। वो पहले व्यक्ति थे जिन्होंने1852 में इस पर्वत की ऊंचाई को मापने में कामयाबी हासिल की

By PRITI JHAEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 12:07 PM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 12:07 PM (IST)
Bengal Chunav: हुगली की रैली से मोदी ने किया माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापने वाले राधानाथ सिकदर का जिक्र
मोदी ने किया माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापने वाले राधानाथ सिकदर का जिक्र

कोलकाता, राज्य ब्यूरो।  पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हुगली की चुनावी रैली में बंगाल की कई महान विभूतियों का नाम लिया। इसी क्रम में उन्होंने माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापने वाले महान गणितज्ञ राधानाथ सिकदर का भी नाम लिया। उन्होंने कहा कि बंगाल की मिट्टी में कई बड़ी हस्तियों का जन्म हुआ है। सिकदर कौन थे और माउंट एवरेस्ट से उनका क्या नाता है? इस बात की काफी लोगों को जानकारी नहीं है।

सिकदर एक भारतीय गणितज्ञ थे, जिन्हें दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापने के लिए जाना जाता है। इनका जन्म 5 अक्टूबर 1813 को बंगाल के जोड़ासांको में हुआ था। माना जाता है कि सिकदर ही वो पहले व्यक्ति थे जिन्होंने 1852 में इस पर्वत की ऊंचाई को मापने में कामयाबी हासिल की, जिसके बाद इसे दुनिया की सबसे ऊंची चोटी होने का रुतबा हासिल हुआ। हालांकि, इसकी आधिकारिक घोषणा मार्च 1856 में की गई।

माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई की गणना ऐसे हुईः 1831 में भारत के सर्वेयर जनरल ऑफ इंडिया जॉर्ज एवरेस्ट एक ऐसे गणितज्ञ की तलाश कर रहे थे, जिसे गोलाकार त्रिकोणमिती में महारत हासिल हो। तब हिंदू कॉलेज के प्रोफेसर टेटलर ने उन्हें अपने विद्यार्थी राधानाथ सिकदर का नाम सुझाया। इसके बाद जॉर्ज एवरेस्ट ने राधानाथ सिकदर को अपने साथ ले लिया और फिर वो माउंट एवरेस्ट की गणना में लग गए। 

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