बंगाल में भाजपा कार्यकर्ता के मछली पालन केंद्र में मछलियां मरीं, आरोप- तृणमूल कार्यकर्ता ने जहर देकर मारा
बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से जारी राजनीति हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। सत्ताधारी तृणमूल पर प्रदेश भाजपा ने आरोप लगाया है कि बंगाल में तृणमूल कार्यकर्ता मछलियों को जहर देकर मार रहे है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से जारी राजनीति हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। सत्ताधारी तृणमूल पर प्रदेश भाजपा ने आरोप लगाया है कि बंगाल में तृणमूल कार्यकर्ता मछलियों को जहर देकर मार रहे है। विष्णुपुर संसदीय क्षेत्र के पीरखाली इलाके में भाजपा कार्यकर्ता के मछली पाल केंद्र में जहर डाल दिया जिससे हजारों मछलियों की मौत हो गई। इससे पहले गुरुवार को प्रदेश भाजपा ने दावा किया कि पिछले 24 घंटे के दौरान उसके दो और कार्यकर्ताओं की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी।
इसके अलावा राज्य के विभिन्न स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं व उनके घरों पर हमले का भी दावा किया है। प्रदेश भाजपा की ओर से एक बयान में कहा गया कि पूर्व बर्द्धमान जिले के केतुग्राम में 22 वर्षीय बलराम माजी पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के गुंडों ने बेरहमी से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया।
इसके अलावा पश्चिम मेदिनीपुर जिले के घाटाल विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के शक्ति केंद्र के प्रमुख विश्वजीत महेश की तृणमूल के गुंडों ने हत्या कर दी। इसके अलावा कोलकाता के जादवपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार रिंकू नस्कर के घर पर भी हमला किया गया है। इसके अलावा पार्टी की ओर से दावा किया गया है कि उत्तर 24 परगना के मिनाखां व बामनपुकुर क्षेत्र में लगभग 500 भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों पर हमले कर भारी नुकसान पहुंचाया गया है। जान बचाने के लिए यहां कई गांवों के भाजपा समर्थक घर छोड़कर भाग गए हैं।
दो दिन पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दावा किया था कि रविवार को चुनाव परिणाम आने के बाद से हुई हिंसा में कम से कम 14 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है जबकि एक लाख के करीब लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं। वहीं, दो और भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसेे बंगाल को बदनाम करने की भाजपा की साजिश करते देते हुए कहा कि हिंसा में जितने लोग मरे हैं उनमें से आधे तृणमूल के हैं।