Kollakat Durga puja 2020: फेरी से दर्शनार्थियों को घुमाएगा परिवहन विभाग, विसर्जन के लिए भी खास तैयारी
बंगाल परिवहन विभाग (Bengal Transport Department) ने दुर्गा पूजा (Durga Puja) के अवसर पर दर्शनार्थियों की सहूलियत के लिए फेरी परिसेवा शुरु की है साथ ही विसर्जन यानी कि विजयादशमी के लिए डब्ल्यूबीटीसी ने विशेष तैयारी की है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। राज्य के परिवहन विभाग की ओर से इस बार भी लोगों की सहूलियत के लिए फेरी परिसेवा दुर्गा पूजा में उपलब्ध रहेगी। इसके लिए वेस्ट बंगाल ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन (डब्ल्यूबीटीसी) की ओर से विशेष पहल की जा रही है। योजना को लेकर परिवहन विभाग के अधिकारी नियमों को बनाने में लगे हुए हैं। डब्ल्यूबीटीसी के अलावा नगर निकायों के अंतर्गत आने वाले फेरी को भी विभिन्न रूटों पर चलाया जाएगा।
विसर्जन के दिन डबल डेक फेरी
दुर्गा पूजा के साथ ही साथ विसर्जन यानी कि विजयादशमी (26 अक्टूबर) के लिए डब्ल्यूबीटीसी ने विशेष तैयारी की है। इस दिन मिलेनियम पार्क से एक डबल डेक फेरी दर्शनार्थियों के लिए चलाई जाएगी। कोलकाता, हावड़ा के विभिन्न लंच घाटों पर यह जाएगी।
लंबी दूरी की फेरी परिसेवा पर अनिश्चितता
दुर्गा पूजा के दौरान लंबी दूरी की फेरी परिसेवा को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। इसकी वजह है कि ज्यादातर सरकारी कार्यालय पूजा के समय बंद रहते हैं। हालांकि छोटी दूरी की परिसेवा लगातार जारी रहेगी।
गौरतलब है कि बंगाल की विश्वविख्यात दुर्गापूजा का रंग कोरोना महामारी के कारण इस बार फीका दिख रहा है। वीरवार को महाषष्ठी के साथ दुर्गापूजा का विधिवत शुभारंभ हो चुका है लेकिन हर साल कोलकाता की सड़कों पर इस अवसर पर दिखने वाली भीड़ नदारद है। दरअसल कोरोना महामारी के कारण कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस बार सभी पूजा पंडालों को ‘नो एंट्री जोन’ घोषित कर दिया है।
गौरतलब है कि बंगाल की विश्वविख्यात दुर्गापूजा का रंग कोरोना महामारी के कारण इस बार फीका दिख रहा है। वीरवार को महाषष्ठी के साथ दुर्गापूजा का विधिवत शुभारंभ हो चुका है लेकिन हर साल कोलकाता की सड़कों पर इस अवसर पर दिखने वाली भीड़ नदारद है। दरअसल कोरोना महामारी के कारण्ा कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस बार सभी पूजा पंडालों को ‘नो एंट्री जोन’ घोषित कर दिया है। वीरवार की सुबह हुई बारिश ने भी उत्सव के उत्साह को कुछ फीका कर दिया।
अहिरीटोला, त्रिधारा सम्मिलिनी, चेतला अग्रणी, एकडालिया एवरग्रीन, सिंघी पार्क समेत सभी प्रमुख पूजा पंडाल खाली दिख रहे हैं। ‘श्रद्धालु 10 मीटर की दूरी से ही मां दुर्गा के दर्शन करने पर मजबूर हैं। यूट्यूब पर भी पूजा का सीधा प्रसारण करने का इंतजाम किया गया है। ऑनलाइन दर्शनों की भी सुविधा है दर्शक चाहें तो घर में बैठकर ही मा दुर्गा के दर्शन कर सकते है।’