बंगाल के श्रम राज्यमंत्री जाकिर हुसैन पर हमले में आइईडी के इस्तेमाल की बढ़ी आशंका, एनआइ कर सकती है जांच
मंत्री जाकिर हुसैन की हालत स्थिर जांच के लिए एसआइटी भी गठित। जाकिर पर हुए बम से हमले के बाद से एनआइए की टीम पूरी स्थिति पर नजर रख रही है। रेलवे सुरक्षा बल और अधिकारियों से कुछ दस्तावेज जरूर लिए गए हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के श्रम राज्यमंत्री जाकिर हुसैन पर बुधवार रात मुर्शिदाबाद के निमतिता रेलवे स्टेशन पर बम से हुए हमले में आइईडी के इस्तेमाल की संभावना प्रबल हो रही है। क्योंकि, एक वीडियो सामने आया है जिसमें देखा जा रहा है कि मंत्री के साथ चले रहे उनके एक समर्थक प्लेटफार्म पर पड़ा एक बैग को हटा रहा तभी विस्फोट हो जाता है। वहीं घटनास्थल पर बैटरी व तार मिलने के बाद यह बात सामने आ रही है कि कहीं आइईडी का तो इस्तेमाल नहीं हुआ है। वहीं इसके बाद अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) भी मामले की जांच कर सकती है। कोलकाता में एक न्यूज चैलन के कार्यक्रम में जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से जब इस विस्फोट को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि रेलवे कैंपस में धमाका हुआ है तो राज्य सरकार सीबीआइ को जांच सौंप दे, सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।
उधर बम ब्लास्ट में घायल जाकिर हुसैन की हालत स्थिर बनी हुई है। कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है जहां चिकित्सकों की टीम देखरेख कर रही है। वहीं राज्य सरकार की ओर से हमले के बाद मंत्री को जेड श्रेणी की सुरक्षा देने की घोषणा की है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि इलाज के बाद उनकी सेहत में सुधार हो रहा है। मंत्री फिरहाद हकीम और मुख्य सचेतक निर्मल घोष ने अस्पताल में जाकर उनसे मुलाकात की।
सूत्रों का कहना है कि जाकिर पर हुए बम से हमले के बाद से एनआइए की टीम पूरी स्थिति पर नजर रख रही है। रेलवे सुरक्षा बल और अधिकारियों से कुछ दस्तावेज जरूर लिए गए हैं, लेकिन अभी तक आधिकारिक जांच शुरू नहीं हुई है। बता दें कि बुधवार रात कोलकाता से वापस लौटते समय मुर्शिदाबाद के निमतिता स्टेशन पर अपने समर्थकों के साथ मौजूद मंत्री जाकिर हुसैन पर बम से हमला हुआ था। घटना में मंत्री के साथ साथ 26 लोग घायल हुए हैं। इनमें से कई लोगों के हाथ पैर और शरीर के अन्य अंग उड़ गए हैं। ममता सरकार ने घटना की जांच के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ), राज्य के इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी), काउंटर इंसर्जेंसी फोर्स (सीआइएफ) और स्थानीय पुलिस के साथ सीआइडी के एडीजी अनुज शर्मा के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया है।