कोलकाता से लाखों का नकली Savlon Spray Sanitizer जब्त, ब्रांडेड कंपनी के नाम पर की जा रही थी बिक्री
कोलकाता के कैनिंग स्ट्रीट स्थित मेहता बिल्डिंग में छापेमारी कर लाखों रुपये के नकली सेवलोन स्प्रे सैनिटाइजर (Savlon Spray Sanitizer) जब्त किया गया है। जब्त माल की कीमत करीब 10 लाख रुपये बताई जा रही है। छापेमारी से हड़कंप मच गया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोलकाता पुलिस की इंफोर्समेंट ब्रांच (ईबी) की टीम ने राजधानी कोलकाता के कैनिंग स्ट्रीट स्थित मेहता बिल्डिंग में एक दुकान में गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर लाखों रुपये मूल्य के नकली सेवलोन स्प्रे सैनिटाइजर की एक बड़ी खेप जब्त किया है। नामी ब्रांडेड कंपनी आइटीसी के नाम पर यहां नकली उत्पादों की बिक्री की जा रही थी। यह गोरखधंधा काफी समय से चल रहा था। छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से अंबे स्टोर (डिस्ट्रीब्यूटर) के मालिक अमित गुप्ता को भी गिरफ्तार कर लिया। वह इस गोरखधंधा के कथित सरगना बताए जा रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, हेयर स्ट्रीट थाने की पुलिस ने ब्रांड प्रोटेक्शन सविर्सेज प्राइवेट लिमिटेड की टीम के साथ मिलकर शुक्रवार दोपहर में दुकान में की गई छापेमारी के दौरान यह नकली माल जब्त किया। जब्त माल की कीमत करीब 10 लाख रुपये बताई जा रही है। घटना के संबंध में हेयर स्ट्रीट थाने में आरोपित के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जांच में पता चला है कि इस दुकान से कई कंपनियों के माल की सप्लाई की जाती थी। हरियाणा, दिल्ली व एनसीआर से नकली माल मंगवा कर बंगाल सहित अन्य राज्यों में इसकी सप्लाई की जाती थी।
छापेमारी के दौरान जमा हो गए आसपास के सैकड़ों दुकानदार, पुलिस को बाधा देने की कोशिश की नकली माल बनाने व इसकी बिक्री करने वालों का भंडाफोड़ के काम से जुड़ी ब्रांड प्रोटेक्शन सविर्सेज प्राइवेट लिमिटेड के एमडी मुस्तफा हुसैन ने बताया कि आइटीसी ने करीब तीन महीने पहले शिकायत की थी कि उसके ब्रांड के नाम पर नकली उत्पादों की बिक्री की जा रही है। इसके बाद मामले की पड़ताल कर कोलकाता पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। फिर पुलिस ने उक्त दुकान में उसकी टीम के साथ मिलकर संयुक्त छापेमारी की। छापेमारी के दौरा ब्रांड प्रोटेक्शन के एमडी भी मौजूद थे।
छापेमारी की वजह से वहां पर हड़कंप मच गया। एमडी मुस्तफा हुसैन ने बताया कि छापेमारी के दौरान आसपास के सैकड़ों दुकानदार जमा हो गए और पुलिस को बाधा देने की कोशिश की। उन्होंने यह भी दावा किया कि छापेमारी के वक्त दुकान के मालिक ने कार्रवाई से बचने के लिए उन्हें व पुलिस की टीम को लाखों रुपये देने का आफर भी दिया, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी और आखिरकार इस गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया गया।मुस्तफा के अनुसार, आरोपित अमित गुप्ता नकली माल बेचने वाले गिरोह का अंतर राज्यीय सरगना है। वह कई सालों से यह धंधा चला रहा था।