West Bengal: बांग्लादेश सीमा पर ट्रकों की लंबी प्रतीक्षा अवधि से निर्यातक नाराज

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में पेट्रापोल क्षेत्र बांग्लादेश के साथ सबसे बड़ी भूमि व्यापार सीमा है। इसका कुल व्यापार 20000 करोड़ रुपये से अधिक है। ट्रकों की लंबी प्रतीक्षा अवधि के कई कारण है। दोनों देशों से निर्यात की मात्रा बढ़ी है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 11:13 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 03:54 PM (IST)
West Bengal: बांग्लादेश सीमा पर ट्रकों की लंबी प्रतीक्षा अवधि से निर्यातक नाराज
बांग्लादेश सीमा पर ट्रकों की लंबी प्रतीक्षा अवधि से निर्यातक नाराज

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। निर्यातकों ने बांग्लादेश के लिए माल ले जा रहे ट्रकों के लिए पेट्रापोल और घोजाडांगा जमीनी सीमाओं पर लंबी प्रतीक्षा अवधि को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है। निर्यातकों ने बुधवार को बताया कि माल निर्यात करने वाले ट्रकों को एक महीने से अधिक समय के लिए रोका हुआ है। कुछ मामलों में ट्रक 55 दिनों से खड़े हुए हैं।

फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट्स के चेयरमैन (पूर्व) सुशील पटवारी ने कहा, “ट्रकों की लंबी प्रतीक्षा अवधि के कई कारण है। दोनों देशों से निर्यात की मात्रा बढ़ी है और दुर्गा पूजा की छुट्टियों ने समस्या को और बढ़ा दिया है।”पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में पेट्रापोल क्षेत्र, बांग्लादेश के साथ सबसे बड़ी भूमि व्यापार सीमा है। इसका कुल व्यापार 20,000 करोड़ रुपये से अधिक है। घोजाडांगा भी इसी जिले में है।

पेट्रापोल-बेनापोल (बांग्लादेश) व्यापार और यात्री आवाजाही दोनों के मामलों में दो पड़ोसी देशों के लिए एक महत्वपूर्ण भूमि सीमा क्षेत्र है।पटवारी ने कहा, “पहले सीमा पार करने से पहले रुकने की अवधि लगभग 15 दिन थी, जो अब यह एक महीने से अधिक हो गई है। वर्तमान में निर्यात के लिए माल ले जा रहे लगभग 250 ट्रक एक बार में सीमा पार करते हैं, लेकिन यदि सीमा शुल्क अधिकारी थोड़ा अतिरिक्त प्रयास करें, तो यह संख्या बढ़ सकती है।”दोनों देशों के निर्यातकों ने बताया कि बंगलादेश के कई जिलों में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हमलों की हालिया घटनाओं से फिलहाल व्यापार में कोई बाधा नहीं आई है। 

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