Exclusive Interview: 'तुष्टीकरण व कुशासन के खिलाफ बंगाल के लोगों ने किया है वोट'- भाजपा सांसद अर्जुन सिंह

West Bengal Assembly Election 2021 बंगाल में भाजपा के उपाध्यक्ष व सांसद अर्जुन सिंह से विधानसभा चुनाव के संदर्भ में दैनिक जागरण के वरिष्ठ संवाददाता राजीव कुमार झा ने खास बातचीत की। पेश है इसके प्रमुख अंश -

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Wed, 28 Apr 2021 06:40 PM (IST) Updated:Wed, 28 Apr 2021 06:40 PM (IST)
Exclusive Interview: 'तुष्टीकरण व कुशासन के खिलाफ बंगाल के लोगों ने किया है वोट'- भाजपा सांसद अर्जुन सिंह
बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष व सांसद अर्जुन सिंह ने दावा किया कि भाजपा यह चुनाव जीत चुकी है।

कोलकाता, राजीव कुमार झा। West Bengal Assembly Election 2021 बंगाल की सियासत में एक प्रभावशाली हिंदी भाषी नेता के तौर पर पहचान रखने वाले व बैरकपुर से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह का कहना है कि इस चुनाव में राज्य के लोगों ने ममता बनर्जी की तुष्टीकरण की राजनीति और कुशासन के खिलाफ वोट किया है।

उन्होंने दावा किया कि भाजपा यह चुनाव जीत चुकी है। 200 से ज्यादा सीटों पर विजय हासिल करेगी। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भगवा झंडा थामने वाले एवं पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी जैसे दिग्गज नेता को हराकर सांसद चुने गए पूर्व तृणमूल नेता सिंह ने कहा कि ममता बनर्जी के विदाई का वक्त अब आ गया है। बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष व सांसद अर्जुन सिंह से विधानसभा चुनाव के संदर्भ में दैनिक जागरण के वरिष्ठ संवाददाता राजीव कुमार झा ने खास बातचीत की। पेश है इसके प्रमुख अंश :-

राज्य में सात चरणों का चुनाव हो चुका है, कितनी सीटें जीतने की उम्मीद है?

- देखिए, बहुमत का आंकड़ा पार कर गए हैं। सात चरणों में 170 से ज्यादा सीटों पर भाजपा की जीत निश्चित है। आठवें चरण के मतदान के बाद यह आंकड़ा 200 के पार होगा। हमारी सरकार यहां बन रही है।

पूरे चुनाव में ममता बनर्जी ने बाहरी का मुद्दा जोर-शोर से उछाला, इस पर क्या कहेंगे?

- देखिए, जब चौथे चरण में ही 127 से ज्यादा सीटों पर हमारी जीत निश्चित हो गई तो पांचवें चरण से उनका बाहरी का मुद्दा खत्म हो गया। ममता बनर्जी ने बाहरी का मुद्दा बनाने की पूरी कोशिश की लेकिन बंगाल की जनता इस बार मन बना चुकी थी कि भाजपा की सरकार को लाना है। जिस तरह से तृणमूल ने 10 वर्षों में कुशासन का राज स्थापित किया, जिस तरह तुष्टीकरण की राजनीति चल रही है, उसके खिलाफ होकर लोगों ने वोट किया है।

अंतिम तीन चरणों में कोरोना का मुद्दा हावी रहा, उसका चुनाव नतीजे पर असर पड़ेगा या भाजपा को इससे नुकसान हो सकता है?

- भाजपा को इससे क्या नुकसान होगा। भाजपा से कोरोना का क्या मतलब है। राज्य सरकार के अंदर में डॉक्टर हैं अस्पताल हैं। लेकिन बंगाल में न तो डॉक्टर हैं न अस्पतालों में कोई व्यवस्था। केंद्र की बैठक में राज्य सरकार के अधिकारी नहीं जाते। जब प्रधानमंत्री बैठक बुलाते हैं तो मुख्यमंत्री नहीं जाती हैं। कोरोना का मुद्दा तो राज्य सरकार के खिलाफ है। लोगों में गुस्सा है। केंद्र ने ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए जनवरी में 200 करोड़ रुपये दिया था, वह पैसा भी खाकर यह सरकार हजम कर गई।

ममता बनर्जी कोरोना फैलने के लिए बार-बार चुनाव आयोग व भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रही हैं?

- चुनाव आयोग एक स्वायत्त संस्था है। उसका काम चुनाव कराना है। ममता बनर्जी जो कह रही है कि चुनाव ड्यूटी के लिए आए केंद्रीय बल संक्रमण फैला रहे हैं तो मैं पूछना चाहता हूं वह बताएं तीन लाख में से कितने जवान संक्रमित हुए हैं। ऐसी तो अब तक कोई खबर नहीं आई है। संक्रमित होते तब तो फैलाते।

2016 में यहां भाजपा के मात्र तीन विधायक जीते थे और 2021 में आप 200 पार की बात कर रहे हैं?

- यह बात करने का समय अब बीत चुका है। हम चुनाव जीत चुके हैं। ममता बनर्जी अब बंगाल से विदाई लें।

आप बंगाल में एक प्रमुख हिंदी भाषी चेहरे हैं, सरकार बनती है तो आपकी क्या भूमिका होगी?

- यह तो पार्टी तय करेगी कौन कहां लगाया जाएगा।

 2019 में तृणमूल छोड़ने के बाद आपके ऊपर दर्जनों केस दर्ज किए गए हैं, क्या कहेंगे?

- इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है। झूठे मुकदमे डालना ममता बनर्जी का काम है।

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