इलेक्ट्रिकल इंजीनियर ने विकसित की ऐसी पोर्टेबल मशीन, सैनिटाइज होंगे मोबाइल, मनी बैग, रुपए-पैसे
कोलकाता के एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर ने एक ऐसी पोर्टेबल स्टेरलाइजेशन मशीन विकसित की है जो सामान्य तौर पर उपयोग होने वाली चीजों को स्टेरलाइज करने के काम आती है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोलकाता के एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर ने एक ऐसी पोर्टेबल स्टेरलाइजेशन मशीन विकसित की है जो सामान्य तौर पर उपयोग होने वाली चीजों को स्टेरलाइज करने के काम आती है। इस मशीन के उपयोग से मोबाइल, घड़ी, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, प्लास्टिक और धातु निर्मित सामानों को स्टेरलाइज किया जा सकता है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियर का दावा है कि यह मशीन इतनी उपयोगी है कि इसको सरकारी और निजी दफ्तरों के अलावा शैक्षणिक संस्थानों, शॉपिंग मॉल व अन्य जगहों पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके प्रयोग से कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में काफी मदद मिल रही है।
दरअसल कोरोना वायरस की महामारी तेजी से फैल रही है। इसका सबसे बड़ा कारण कोविड-19 वायरस है, जो एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में पहुंच जाता है। ये हवा, कपड़े, मोबाइल और नोट पर भी काफी लंबे समय तक जिंदा रह सकता है। इससे बचाव के तरीकों में हाथों और चीजों को सैनिटाइज करना शामिल है। इसे ध्यान में रखते हुए कोलकाता के एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर शांतनु भौमिक ने एक ऐसी पोर्टेबल स्टेरलाइजेशन मशीन विकसित की है जिससे आसानी से मोबाइल, घड़ी, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, प्लास्टिक और धातु निर्मित सामानों को स्टेरलाइज किया जा सकता है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियर का दावा है कि यह मशीन इतनी उपयोगी है कि इसको सरकारी और निजी दफ्तरों के अलावा शैक्षणिक संस्थानों, शॉपिंग मॉल व अन्य जगहों पर इस्तेमाल कर सकते हैं। यह मशीन आसानी से चीजों को संक्रमण रहित बना सकती है।
शांतनु भौमिक ने कहा कि इसके प्रयोग से कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में काफी मदद मिल रही है। इस मशीन में अल्ट्रा-वॉयलेट रे निकलती है जो चीजों को तुरंत संक्रमण रहित कर देती है। गौरतलब है कि पेशे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर शांतनु कई राष्ट्रीय तथा बहुराष्ट्रीय वाणिज्यिक प्रतिष्ठानोंं में कार्य कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में वह इस मशीन को अपग्रेड कर इसमें हैंड सैनिटाइजेशन की सुविधा भी शामिल करना चाहतेे हैं जिसकी मदद से आसानी से हाथ को सैनिटाइज किया जा सकता है जिससे इंफेक्शन का खतरा भी कम हो जाता है। यह उन क्षेत्रों में उपयोगी हो सकती है जहां हाथ धोने की सुविधा नहीं है।