West Bengal Assembly Election 2021:ममता बनर्जी को चुनाव आयोग ने दूसरी बार भेजा नोटिस, ओएसडी को भी हटाया

Bengal Election 2021 ममता बनर्जी चुनाव आयोग और केंद्रीय सुरक्षा बलों पर आरोप लगाती रही हैं। चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी को दूसरी बार नोटिस भेजा है। मालूम हो कि इससे पहले चुनाव आयोग ममता बनर्जी को सभी मुसलमान एकजुट होने वाले बयान पर भी नोटिस जारी किया था।

By Priti JhaEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 12:33 PM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 10:09 PM (IST)
West Bengal Assembly Election 2021:ममता बनर्जी को चुनाव आयोग ने दूसरी बार भेजा नोटिस, ओएसडी को भी हटाया
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनाव आयोग ने फिर से नोटिस भेजा है।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। केंद्रीय चुनाव आयोग ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राज्य में चुनाव ड्यूटी पर तैनात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के खिलाफ उनकी उस कथित टिप्पणी के लिए नोटिस जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सीआरपीएफ भाजपा के इशारों पर काम करती है तथा बाधा देने पर उसका घेराव करना चाहिए। आयोग ने कहा है कि ममता का बयान पूरी तरह गलत और भड़काऊ है।

इस पर तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब तक सीआरपीएफ भाजपा के लिए काम करना बंद नहीं करती, वह ऐसा कहती रहेंगी। इधर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि ममता का यह बयान सीआरपीएफ का मनोबल गिराने का काम करता है। चुनाव आयोग ने तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो को 48 घंटे के भीतर दूसरा नोटिस भेजा है। ममता ने गुरुवार को हुगली के बलागढ़ की रैली में केंद्रीय बल पर अमित शाह द्वारा संचालित केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों पर काम करने का आरोप लगाया था। साथ ही लोगों को चौकन्ना रहने और बाधा देने पर सीआरपीएफ का घेराव करने को कहा था।

इसी सिलसिले में आयोग ने दूसरी बार नोटिस भेजा है। ताजा नोटिस में मुख्यमंत्री से 10 अप्रैल को सुबह 11 बजे से पहले आयोग को अपना लिखित स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। नोटिस में यह भी लिखा गया है कि अगर उन्होंने निर्धारित समय तक अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किया तो आयोग उन्हें बताए बगैर फैसला लेगा। नोटिस में चुनाव आयोग की ओर से कहा गया है कि ममता बनर्जी के बयान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के साथ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 186, 189 और 505 का उल्लंघन करते हैं।

ममता अपने बयान पर अड़ीं

-ममता बनर्जी ने शुक्रवार को पूर्व ब‌र्द्धमान के जमालपुर में एक रैली में कहा कि जब तक सीआरपीएफ भाजपा के लिए काम करना बंद नहीं करती, वह उनके बारे में बोलती रहेंगी। जब वे ऐसा करना बंद कर देंगे तो वह उन्हें सलाम करेंगी। उन्हें चुनाव आयोग के कारण बताओ नोटिस की कोई फिक्र नहीं है।

शाह ने किया पलटवार

-इधर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि दीदी हार के डर से हताश हैं और उनका गुस्सा केंद्रीय बलों पर फूट रहा है। वह सीआरपीएफ का घेराव की बात कर रही हैं। क्या वह अराजकता पैदा करने की कोशिश कर रही हैं? शाह ने ममता के उन आरोपों को भी खारिज किया जिसमें वह बार-बार आरोप लगा रही हैं कि केंद्रीय बल, गृह मंत्रालय के इशारे पर मतदाताओं को प्रताडि़त कर रहे हैं।

शाह ने कहा- दीदी को मैं कॉमन सेंस की बात बताना चाहता हूं कि जब केंद्रीय बल चुनाव के काम में लगते हैं तो उनपर गृह मंत्रालय का कंट्रोल नहीं होता है, बल्कि निर्वाचन आयोग के नियंत्रण में रहते हैं।

आयोग ने अब ममता के ओएसडी को हटाया

-बंगाल में विधानसभा चुनाव के बीच चुनाव आयोग की कार्रवाई जारी है। आयोग ने अब मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के ओएसडी अशोक चक्रवर्ती को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।

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