बंगाल में ‘कर्म भूमि’ ऐप से 8,000 आइटी पेशेवरों को मिला रोजगार

कोरोना महामारी की वजह से दूसरे स्थानों से बंगाल लौटे करीब 8000 सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) पेशेवरों को रोजगार मिला है। राज्य के आइटी विभाग ने अन्य स्थानों से बंगाल लौटे पेशेवरों को रोजगार ढूंढने में मदद के लिए ‘कर्म भूमि’ ऐप पेश किया है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 04:09 PM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 04:09 PM (IST)
बंगाल में ‘कर्म भूमि’ ऐप से 8,000 आइटी पेशेवरों को मिला रोजगार
बंगाल में ‘कर्म भूमि’ ऐप से 8,000 आइटी पेशेवरों को मिला रोजगार

कोलकाता, राज्य ब्यूरो।  कोरोना महामारी की वजह से दूसरे स्थानों से बंगाल लौटे करीब 8,000 सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) पेशेवरों को रोजगार मिला है। राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। राज्य के आइटी विभाग ने अन्य स्थानों से बंगाल लौटे पेशेवरों को रोजगार ढूंढने में मदद के लिए ‘कर्म भूमि’ ऐप पेश किया है।

आइटी पेशेवर इस ऐप के जरिए सीमिति अवधि के लिए राज्य में रोजगार हासिल कर सकते हैं। बंगाल के आइटी विभाग में संयुक्त सचिव संजय दास ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद बड़ी संख्या में बाहर से आइटी पेशेवर राज्य में लौट आए हैं। दास ने बंगाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित एक वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार का मानना है कि यह प्रतिभाओं के इस्तेमाल का अच्छा अवसर है। इसी उद्देश्य से हमने ऐप शुरू किया है।

उन्होंने कहा कि करीब 41,000 पेशेवरों तथा 400 नियोक्ताओं ने खुद को इस ऐप पर सूचीबद्ध किया है। दास ने बताया कि इस ऐप के जरिये 8,000 से अधिक आइट पेशेवरों को नौकरियां मिली हैं। यहां बताना जरूरी है कि ममता सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान विभिन्न राज्यों से आए प्रवासी पेशेवरोंं को आकर्षित करने के लिए यह कदम उठाए थे। जिसका नतीजा अच्छा रहा है। यही नहीं प्रवासी मजूदरों को लेकर भी राज्य सरकार ने कदम उठाए थे लेकिन बावजूद इसके प्रवासी मदूरों की परेशानी कम नहींं हुई है।  

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