Narada sting case: गिरफ्तार नेताओं की संपत्ति जब्त करने की तैयारी में ईडी, 13 आरोपितों के खिलाफ दर्ज है केस

नारद स्टिंग मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) सक्रिय हो गया है। सूत्रों के मुताबिक ईडी अब गिरफ्तार नेताओं की संपत्ति जब्त करने की तैयारी में जुट गई है। पिछले साल जुलाई में 11 नेताओं को भेजा था नोटिस

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 10:10 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 10:10 PM (IST)
Narada sting case: गिरफ्तार नेताओं की संपत्ति जब्त करने की तैयारी में ईडी, 13 आरोपितों के खिलाफ दर्ज है केस
ईडी ने मामले में 13 आरोपितों के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला किया है दर्ज

इंद्रजीत सिंह,  कोलकाता : नारद स्टिंग मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) सक्रिय हो गया है। सूत्रों के मुताबिक ईडी अब गिरफ्तार नेताओं की  संपत्ति जब्त करने की तैयारी में जुट गई है। बताते चलें कि ईडी ने इस मामले में पहले ही 13 आरोपितों के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया है। गौरतलब है कि सोमवार को सीबीआइ ने ममता सरकार के दो मंत्रियों सुब्रत मुखर्जी, फिरहाद हकीम, विधायक मदन मित्रा व पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी को गिरफ्तार किया है। 

अप्रैल 2017 में सीबीआइ की जांच तथा एफआइआर को आधार बनाकर ईडी ने इस मामले में 13 नेताओं मदन मित्रा, मुकुल रॉय (अब भाजपा में), सौगत रॉय, सुलतान अहमद (2017 में निधन), इकबाल अहमद, काकोली घोष दस्तीदार, प्रसून बंदोपाध्याय, सुवेंदु अधिकारी (अब भाजपा में), शोभन चटर्जी (अब किसी दल में नहीं), सुब्रत मुखर्जी, फिरहाद हकीम, अपरूपा पोद्दार, आइपीएस अधिकारी सैयद हुसैन मिर्जा के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट का मामला दर्ज किया था। 

पिछले साल जुलाई में 11 नेताओं को भेजा था नोटिस 

-ईडी ने जुलाई 2020 में इस मामले में 11 आरोपितों को नोटिस भेजकर पिछले सात वर्षों में उनकी आय, संपत्ति और निवेश का विवरण मांगा था। इसके बाद फिर नवंबर, 2020 में ईडी ने इस मामले में  फिरहाद हकीम,  प्रसून बंदोपाध्याय और मदन मित्रा को नोटिस भेजकर उनके आय-व्यय, बैंक खाते से लेन-देन और चल-अचल संपत्ति का विस्तृत ब्यौरा मांगा था। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में आरोपित नेताओं ने आय-व्यय तथा संपत्ति का जो हिसाब दिया है उससे ईडी संतुष्ट नहीं है। लिहाजा अब वह पिछले दिनों सीबीआइ की बड़ी कार्रवाई के बाद अब गिरफ्तार नेताओंं की संपत्ति जब्त करने की तैयारी में जुटी है।  

दोनों केंद्रीय एजेंसियां जानकारियां कर रहीं साझा

- बताते चलें कि नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले में दोनों केंद्रीय एजेंसियां जानकारियां साझा कर रही हैं। हालांकि जांच के हित में एक दूसरे के साथ जानकारी साझा करना एक सामान्य प्रक्रिया है। ईडी सूत्रों ने कहा कि धनशोधन के पहलू की आगे की जांच सीबीआइ की तफ्तीश पर निर्भर करती है। 

बताते चलें कि नारद न्यूज पोर्टल के सीईओ मैथ्यू सैमुअल ने 2014 में कथित स्टिंग आपरेशन किया था, जिसमें टीएमसी के मंत्री, सांसद और विधायक लाभ के बदले में एक काल्पनिक कंपनी के प्रतिनिधियों से कथित तौर पर धन लेते नजर आए थे। 2016 के विधानसभा चुनाव से पहले नारद स्टिंग आपरेशन का वीडियो जारी किया गया था।

chat bot
आपका साथी