जीवन पर्यंत कर्तव्य: गीदड़ के काटने से घायल युवक को अस्पताल पहुंचाकर बीएसएफ ने फिर पेश की मिसाल
व्यक्ति जब अपने खेत मे काम कर रहा था तभी अचानक उसे एक गीदड़ ने काट लिया। युवक के स्वजनों ने बार्डर आउट पोस्ट शिकारपुर के कंपनी कमांडर से सहायता मांगी तो उन्होंने बिना देर किए एक नर्सिंग सहायक के साथ बीएसएफ एंबुलेंस को उसके घर भेज दिया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 86वीं बटालियन के जवान सरहद की सुरक्षा के साथ मानवीय कार्यो में भी अव्वल हैं। इस बटालियन ने एक बार फिर मानवता की मिसाल पेश करते हुए गीदड़ के काटने से घायल हुए युवक को सही समय पर अस्पताल पहुंचाकर जान बचाने में मदद की है। यह घटना नदिया जिले के सीमावर्ती शिकारपुर गांव की है।
18 अक्टूबर की रात लगभग 10 बजे यहां रंजीत प्रमाणिक (40) पुत्र सेवक प्रामाणिक नाम का व्यक्ति जब अपने खेत मे काम कर रहा था, तभी अचानक उसे एक गीदड़ ने काट लिया। युवक के स्वजनों ने बार्डर आउट पोस्ट शिकारपुर के कंपनी कमांडर से सहायता मांगी तो उन्होंने बिना देर किए एक नर्सिंग सहायक के साथ बीएसएफ एंबुलेंस को उसके घर भेज दिया। नर्सिंग सहायक ने पीड़ित व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा दी और उसे इलाज के लिए तुरंत करीमपुर अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया। युवक की हालत अभी ठीक बताई जा रही है।इधर, युवक के स्वजनों ने सीमा सुरक्षा बल के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि अगर जवानों ने सही समय पर मदद नहीं की होती तो कुछ बड़ी अनहोनी भी हो सकती थी।
दो बांग्लादेशी घुसपैठिए को भी दबोचा
अन्य घटना में बीएसएफ ने अलग-अलग स्थानों से दो बांग्लादेशी घुसपैठिए को भी अवैध तरीके से सीमा पार करते दबोचा। पहली घटना 18 अक्टूबर की रात लगभग आठ बजे की है। जब उत्तर 24 परगना जिले में सीमा चौकी हाकिमपुर के क्षेत्र से बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से भारत की सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा था। तभी बीएसएफ के सर्तक और चौकस जवानों ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए व्यक्ति ने अपनी पहचान उज्जवल राय (43), गांव-मिर्जापुर, थाना- दुमुरिया, जिला-खुलना, बांग्लादेश के रूप बताया। प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि वह पहली बार बांग्लादेश से भारतीय सीमा को अवैध तरीके से पार करके आ रहा था। उसने बताया कि सीमा को पार करने के लिए उसने एक भारतीय दलाल की मदद ली थी, तथा 7,000 बांग्लादेशी टका भी दिया था। पकड़े गए व्यक्ति ने बताया कि वह कोलकाता के पास दमदम में अपने दोस्त प्रतुल विश्वास (प्रीतम इंटरप्राइजेज, दमदम रेलवे स्टेशन) से मिलने के लिए जा रहा था। परंतु सीमा सुरक्षा बल द्वारा पकड़ा गया। अन्य घटना में 70वीं बटालियन के सीमा क्षेत्र से एक बांग्लादेशी घुसपैठिए को पकड़ा गया। पकड़े गए व्यक्ति ने अपनी पहचान- जमाल शेख (45), ग्राम -समसपुरी, पुलिस स्टेशन - नियमपुर, जिला - नौगांव, बांग्लादेश बताया।
मानवीय आधार पर बांग्लादेशी नागरिक को बीजीबी को सौंपा
प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने चाचा के घर जामिनपुर (सीमा के पास) में आया था, वहां से वह कुछ दवाएं खरीदने गया था, लेकिन वह अनजाने में सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर गया।इधर, मामले की पड़ताल के बाद बीएसएफ ने दोंनों देशों के सौहार्द्रपूर्ण संबंधों को देखते हुए 19 अक्टूबर को सीमा पर फ्लैग मीटिंग कर जमाल शेख को मानवीय आधार पर बार्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को सौंप दिया।इधर, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता ने बताया कि बीएसएफ जहां अवैध घुसपैठियों, तस्करों आदि के प्रति कड़ा रूख अख्तियार करती है। वहीं दूसरी तरफ सच्चाई की राह पर चलते हुए दोंनों देशों की सेनाओं के बीच हुए समझौते का भी मान रखती है। बीएसएफ इस मामले में हमेशा खरी उतरती है।