West Bengal: लॉकडाउन की सख्ती से कोलकाता के बाजारों में छाई मंदी, ग्राहक नदारद

गत 16 मई से एक लॉकडाउन जैसी सख्ती जारी है। हालांकि 12 से तीन बजे तक दुकानें खोलने की छूट सरकार ने जरूर दी है मगर ट्रांसपोर्ट नहीं चलने के कारण न तो ग्राहक ही आ रहे हैं और ना ही दुकान खोलकर दुकानदारों को ही कोई लाभ मिल रहाहै।

By Priti JhaEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 08:33 AM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 08:33 AM (IST)
West Bengal: लॉकडाउन की सख्ती से कोलकाता के बाजारों में छाई मंदी, ग्राहक नदारद
लॉकडाउन की सख्ती से कोलकाता के बाजारों में छाई मंदी, ग्राहक नदारद

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोलकाता के सबसे प्रसिद्ध मार्केट्स में शुमार न्यू मार्केट, गरियाघाट, बागड़ी मार्केट में इन दिनों पहले वाली रौनक नहीं देखी जा रही है। जो कभी ग्राहकों से गुलजार होता था वहां अभी सन्नाटा पसरा हुआ है। जहां गाड़ियों की शोर, लोगों का जमावड़ा, दुकानदारी व खरीदारी की गहमागहमी होती थी, अभी इन दिनों खामोशी छायी है। यहां के व्यवसायी संगठनों का कहना है कि हमलोग करोड़ों का नुकसान झेल रहे हैं। दरअसल, राज्य में गत 16 मई से एक लॉकडाउन जैसी सख्ती जारी है। हालांकि 12 से तीन बजे तक साड़ियों की दुकानें खोलने की छूट सरकार ने जरूर दी है मगर ट्रांसपोर्ट नहीं चलने के कारण न तो ग्राहक ही आ रहे हैं और ना ही दुकान खोलकर दुकानदारों को ही कोई लाभ मिल रहा है।

न्यू में मार्केट में छायी है मंदी

ज्वाइंट ट्रेडर्स फेडरेशन के सचिव राजीव सिंह ने बताया कि न्यू मार्केट और आसपास के मार्केट को मिलाकर करीब 5000 दुकानें हैं। ट्रांसपोर्ट नहीं चलने से कर्मचारी नहीं आ पा रहे हैं। बाजार एक दम मंदा है। सभी कर्मचारियों को गाड़ी से बुलाना कुछ घंटे लिए यह संभव नहीं है। ईद से पहले थोड़ी बहुत कमाई हुई थी जिससे एक महीने सभी का घर चला लेकिन एक बार फिर मंडी छायी है। न्यू मार्केट लगभग करोड़ की नुकसान की तरफ है।

बागड़ी मार्केट में केवल 25 फीसद ही खुल रही दुकानें

बागड़ी मार्केट में दुकान, गोदाम और दफ्तर मिलाकर 1000 से थोड़ा ज्यादा संख्या है। इन दिनों खुदरा दुकानों खोलने की तीन घंटे की छूट मिली है, मगर इससे राहत नहीं महसूस कर रहे हैं। यहां दवाई दुकानों को छोड़कर केवल 25 फीसद दुकानें ही खुल रही हैं। बागड़ी मार्केट सेंट्रल कोलकाता ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष आशुतोष सिंह ने बताया कि ट्रांसपोर्ट बंद है। ऐसे में ग्राहक नहीं आ रहे हैं। तीन घंटे तो दुकान खोलने और बंद करने में ही चला जा रहा है। कितना का नुकसान हो रहा है, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल हो रहा है। करोड़ों का नुकसान झेल रहे हैं।

तीन घंटे दुकान खोलकर राहत नहीं

इसी तरह से गरियाघाट बाजार का भी हाल है। तीन घंटे के लिए साड़ी की दुकानों को खोलने की छूट है लेकिन ट्रांसपोर्ट नहीं चलने से ग्राहक यहां भी पहले की तरह नहीं दिख रहे हैं। वहीं अधिकांश दुकानें ही बंद रह रही है। 

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