एचआइवी अनुसंधान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य करने वाले डॉ. स्मरजीत जाना का कोरोना से निधन, ममता ने जताया शोक

एचआइवी अनुसंधान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य करने वाले डॉ. स्मरजीत जाना का शनिवार को निधन हो गया। 68 वर्षीय डॉ. जाना कोरोना संक्रमित थे और कोलकाता के पीयारलेस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। शनिवार सुबह 11 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 07:57 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 07:57 PM (IST)
एचआइवी अनुसंधान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य करने वाले डॉ. स्मरजीत जाना का कोरोना से निधन, ममता ने जताया शोक
68 वर्षीय डॉ. जाना कोरोना संक्रमित थे और कोलकाता के पीयारलेस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : एचआइवी अनुसंधान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य करने वाले डॉ. स्मरजीत जाना का शनिवार को निधन हो गया। 68 वर्षीय डॉ. जाना कोरोना संक्रमित थे और कोलकाता के पीयारलेस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। शनिवार सुबह 11 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा शोक जताया है।

उन्होंने ट्वीट कर कहा कि देह व्‍यापार से जुड़े वर्करों व समाज में उपेक्षित महिलाओं की मदद करने में डॉ. जाना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मैं उनकी आत्मा की शांति की कामना करती हूं और उनके परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी संवेदनाएं जताती हूं। गौरतलब है कि डॉ. जाना ने लोगों को एचआइवी का मुकाबला करने का रास्ता दिखाया।

भारत में एड्स का प्रकोप कम करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने देह व्‍यापार से जुड़े वर्करों के कल्याण के लिए एक को-ऑपरेटिव भी तैयार किया था। डॉ. जाना देह व्‍यापार से जुड़े वर्करों के संगठन दुर्बार महिला समन्वय समिति से भी जुड़े थे। उन्हें  'फादर ऑफ ..... वर्कर्स मूवमेंट इन इंडिया' भी कहा जाता था।

chat bot
आपका साथी