West Bengal: दिलीप घोष बोले-ममता बनर्जी फंड की ‘भीख’ मांगने के लिए पीएम से मिलना चाहती हैं, टीएमसी ने किया पलटवार

West Bengal दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे से पहले रविवार को फिर उन पर करारा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि ममता ने केंद्रीय संसाधनों का ‘दुरुपयोग’ किया है और अब प्रधानमंत्री से मिलना चाहती हैं ताकि हाथ जोड़कर फंड की भीख मांग सकें।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 08:33 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 08:33 PM (IST)
West Bengal: दिलीप घोष बोले-ममता बनर्जी फंड की ‘भीख’ मांगने के लिए पीएम से मिलना चाहती हैं, टीएमसी ने किया पलटवार
दिलीप घोष बोले-ममता बनर्जी फंड की ‘भीख’ मांगने के लिए पीएम से मिलना चाहती हैं। फाइल फोटो

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे से पहले रविवार को फिर उन पर करारा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि ममता ने केंद्रीय संसाधनों का ‘दुरुपयोग’ किया है और अब प्रधानमंत्री से मिलना चाहती हैं, ताकि हाथ जोड़कर फंड की भीख मांग सकें। उनकी इस टिप्पणी पर राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। टीएमसी ने कहा कि घोष को पहले ‘’संघीय व्यवस्था की समझ होनी चाहिए’’ जिसके तहत राज्य का प्रमुख हमेशा प्रधानमंत्री से मिल सकता है। इधर, संवाददाताओं से बातचीत करते हुए घोष ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने राज्य के खजाने से पैसे निकाले और अब उसे खाली कर दिया है।

भाजपा नेता ने ममता बनर्जी के संभावित दिल्ली दौरे के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘उन्होंने (बनर्जी ने) केंद्र द्वारा आवंटित धन का दुरुपयोग किया और अब प्रधानमंत्री से मिलना चाहती हैं, ताकि हाथ जोड़कर धन मांग सके क्योंकि राज्य एक तरह से दिवालिया हो चुका है।’’ घोष ने कहा कि ममता बनर्जी सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर किए गए भ्रष्टाचार की वजह से बंगाल वित्तीय संकट से गुजर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य की खराब होती आर्थिक स्थिति और तृणमूल कांग्रेस में बढ़ती गुटबाजी से दीदी को एहसास हो गया है कि वह 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव तक राज्य को नहीं चला पाएंगी।’’

टीएमसी का पलटवार, हमेशा अज्ञानियों की तरह बात करते हैं घोष

इधर, घोष के बयान पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि वह ‘‘अज्ञानियों’ जैसी टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘क्या वह संघवाद के बारे में जानते हैं, जहां पर राज्य का प्रमुख हमेशा प्रधानमंत्री से मिल सकता है? दिलीप दा को पहले तथ्यों की जांच करनी चाहिए...। बंगाल का राजस्व पहले के मुकाबले तृणमूल कांग्रेस के शासन में बढ़ा है।’’ उल्लेखनीय है कि ममता चार दिवसीय दौरे पर सोमवार को दिल्ली जा रही हैं, जहां 28 जुलाई को प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात का उनका कार्यक्रम है। 

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