बंगाल के भाजपा सांसदों के साथ स्वास्थ्य मंत्री से मिले दिलीप घोष, कहा- वैक्सीन पर राजनीति कर रही है ममता सरकार

बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष राज्य के सभी पार्टी सांसदों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मिले। भाजपा सांसदों ने बंगाल में वैक्सीन को लेकर जो राजनीति हो रही है उसके बारे में स्वास्थ्य मंत्री को जानकारी दी है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 06:07 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 06:07 PM (IST)
बंगाल के भाजपा सांसदों के साथ स्वास्थ्य मंत्री से मिले दिलीप घोष, कहा- वैक्सीन पर राजनीति कर रही है ममता सरकार
बंगाल में वैक्सीन पर राजनीति कर रही है ममता सरकार: दिलीप घोष

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष राज्य के सभी पार्टी सांसदों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मिले। भाजपा सांसदों ने बंगाल में वैक्सीन को लेकर जो राजनीति हो रही है उसके बारे में स्वास्थ्य मंत्री को जानकारी दी है। घोष ने कहा कि हमने मांग की कि राज्य सरकार जिस प्रकार से राजनीति कर रही है और तृणमूल कांग्रेस से बाहर के लोगों को वैक्सीन नहीं दी जा रही है, उसे लेकर तत्काल कदम उठाए जाएं।

खासकर भाजपा के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को वैक्सीन नहीं मिल रही है। इसे मुद्दे पर भी आंदोलन करना पड़ रहा है। दोनों केंद्रीय मंत्री से मुलाकात के बाद घोष ने कहा कि बंगाल में शिक्षा व स्वास्थ्य को लेकर जिस तरह से काम हो रहा है उसके बारे में जानकारी दी गई है। साथ ही घोष ने कहा कि हमने स्वास्थ्य मंत्री को बंगाल में कोरोना रोधी टीकों पर की जा रही राजनीति के बारे में जानकारी दी है।

हमने उनसे मांग की है कि इस मामले का जल्द समाधान किया जाए। बंगाल सरकार पर टीकों पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य के पास 30 लाख से अधिक वैक्सीन हैं लेकिन या तो उन्हें जानबूझ कर वितरित नहीं किया जा रहा है या फिर वह खराब प्रबंधन के चलते ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। हम चाहते हैं कि राज्य के टीकाकरण केंद्रों की जिम्मेदारी केंद्र नियंत्रित स्वास्थ्य इकाइयों को सौंप दिया जाए। वहीं शिक्षा को लेकर प्रधान से चर्चा हुई। वहीं घोष के नेतृत्व में सांसदों की टीम जल्द ही पीएम नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर बंगाल के बारे में जानकारी देंगे। 

बताते चलें कि राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर भाजपा लगातार मुखर है। प्रदेश भाजाप अध्यक्ष का कहना है कि दो मई के बाद से अब तक चुनाव बाद हुई हिंसा में उनके 50 से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं व सदस्यों की हत्या हो चुकी है। उन्होंने कहा कि ममता सरकार ने मंगलकोट में एक तृणमूल नेता की हुई हत्या की जांच के लिए पांच सदस्यीय एसआइटी का गठन किया। वहीं, अब तक भाजपा के 50 से अधिक कार्यकर्ताओं की बेरहमी से हत्या कर दी गई है लेकिन सरकार मौन है और घटनाओं को सिरे से नकार रही है।

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