दिलीप घोष ने ममता सरकार पर लगाया लापरवाही का आरोप- यमदूत है त्रिफला लाइट, सरकार लापरवाह
दिलीप घोष ने कहा कि कुछ दिन पहले तक जगह थी। अब घर बढ़ रहे हैं। नियोजित शहर की बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि वहां जल निकासी की व्यवस्था ठीक नहीं है। नहर होते हुए भी वहां तक पानी पहुंचाने का रास्ता नहीं है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोलकाता समेत राज्य के अन्य हिस्सों में लगातार बारिश के बाद बिजली के खंभों से झटके लगकर हो रही मौतों को लेकर भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा है कि ममता सरकार ने सड़कों के दोनों तरफ जो त्रिफला लाइट लगाई है उसमें सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया है जिसकी वजह से ये लाइट्स बारिश के समय लोगों के लिए यमदूत बन चुकी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को अब कदम उठाना चाहिए ताकि कोई और हताहत न हो। चेतावनी के साथ ही ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के उपाय किए जाने चाहिए।
शनिवार सुबह प्रातः भ्रमण के दौरान घोष ने कहा कि जितने खाली स्थान थे, जितने तालाब थे, उन्हें भरकर घर बनाए गए हैं। सिंडिकेट राज माकपा के समय से ही शुरू हो गया था। जमीन पर अवैध कब्जा कर लीज दी जा रही है। इस वजह से पानी निकलने के लिए जगह नहीं है। घोष ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी के नेता इस तरह से बात कर रहे हैं कि ऐसा लग रहा है जैसे उनकी कोई जिम्मेदारी ही नहीं है। ममता के नेता अमानवीय तरीके से बोल रहे हैं।
न्यूटाउन में जलजमाव की समस्या के बारे में पूछे जाने पर दिलीप घोष ने कहा कि कुछ दिन पहले तक जगह थी। अब घर बढ़ रहे हैं। नियोजित शहर की बात करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि वहां जल निकासी की व्यवस्था ठीक नहीं है। नहर होते हुए भी वहां तक पानी पहुंचाने का रास्ता नहीं है।