West Bengal : केंद्र सरकार से एम्यूजमेंट पार्क खोले जाने की मांग, कारोबारियों के संगठन ने कहा-हो रहा है भारी नुकसान
एम्यूजमेंट पार्क कारोबारियों के संगठन ने कहा- कोरोना वायरस की वजह से लागू अंकुशों की वजह से हो रहा है भारी नुकसान
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। देश के एम्यूजमेंट या मनोरंजन पार्कों ने सरकार से उन्हें परिचालन फिर शुरू करने की अनुमति देने की मांग की है। एम्यूजमेंट पार्क कारोबारियों का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से लागू अंकुशों की वजह से उन्हें भारी नुकसान हो रहा है, जिसके चलते उन्हें नौकिरयों में कटौती करनी पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि रामोजी फिल्म सिटी सहित देश में ऐसे 150 पार्क हैं। ये पार्क 80,000 लोगों को प्रत्यक्ष और तीन लाख लोगों को अप्रत्यक्ष तरीके से आजीविका उपलब्ध कराते हैं।
इंडियन एसोसिएशन ऑफ एम्यूजमेंट पार्क्स एंड इंडस्ट्रीज (आईएएपीआई) ने पहले ही केंद्रीय गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) तथा विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पार्कों में अपनाई जाने वाली मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) सौंप दी है।
आईएएपीआई के अध्यक्ष अजय सरीन ने कहा, ‘‘लॉकडाउन की वजह से एम्यूजमेंट और वॉटर पार्क 15 मार्च से बंद हैं, जिससे उन्हें भारी नुकसान हो रहा है।’’ देश के एम्यूजमेंट या मनोरंजन पार्कों ने सरकार से उन्हें परिचालन फिर शुरू करने की अनुमति देने की मांग की है। एम्यूजमेंट पार्क कारोबारियों का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से लागू अंकुशों की वजह से उन्हें भारी नुकसान हो रहा है, जिसके चलते उन्हें नौकिरयों में कटौती करनी पड़ सकती है।
उन्होंने कहा कि रामोजी फिल्म सिटी सहित देश में ऐसे 150 पार्क हैं। ये पार्क 80,000 लोगों को प्रत्यक्ष और तीन लाख लोगों को अप्रत्यक्ष तरीके से आजीविका उपलब्ध कराते हैं। सरीन ने कहा कि यदि इन पार्कों को खोलने की अनुमति नहीं दी गई जो बड़े पैमाने पर लोगों की नौकरियां जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक हमें करीब 2,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
सरीन ने दावा किया कि एम्यूजमेंट पार्कों में भीड़ को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है और साथ ही सामाजिक दूरी का अनुपालन भी सुनिश्चित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वॉटर पार्क भी पूरी तरह सुरक्षित हैं क्योंकि किसी तरह के वायरस को समाप्त करने के लिए रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है।