Unique Marriage: जागरूकता फैलाने के लिए पूरे रीति-रिवाज के साथ कोरोना से ही रचा ली शादी!
Unique Marriage काली रूद्र ने कोरोना की प्रतीकात्मक मूर्ति तैयार कर परिवार व करीबी लोगों की मौजूदगी में पूरे रीति-रिवाज के साथ कोरोना संग सात फेरे लिए।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। कोरोना के बारे में जागरूकता फैलाने को बंगाल में एक व्यक्ति ने उसी से शादी रचा ली। यह दिलचस्प घटना उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में सामने आई है। वहां के वनमालीपुर इलाके के वाशिंदा काली रूद्र ने कोरोना की प्रतीकात्मक मूर्ति तैयार कर परिवार व करीबी लोगों की मौजूदगी में पूरे रीति-रिवाज के साथ कोरोना संग सात फेरे लिए। 60 साल के काली रुद्र शादीशुदा हैं। बच्चे भी हैं। उन्होंने कहा कि 'कोरोना के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए उन्होंने यह अभिनव कदम उठाया। इसके माध्यम से वे बताना चाहते हैं कि जिस तरह से उन्होंने कोरोना को अपनाया है, उसी तरह से समाज में कोरोना के मरीजों को अपनाया जाए। उनका सामाजिक बहिष्कार करना अच्छा नहीं है। देखा जा रहा है कि किसी के कोरोना संक्रमित होने पर आसपास के लोग उससे व उसके परिवारवालों से दूरी बना ले रहे हैं। यह अनुचित है।
हाल में ऐसी कई अमानवीय घटनाएं देखने को मिली हैं। कई कोरोना संक्रमितों ने तो इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया क्योंकि उनकी मदद के लिए न तो उनके सगे-संबंधी सामने आए और न ही आस-पड़ोस के लोग। इन घटनाओं ने काली रूद्र को झकझोर कर रख दिया। उन्होंने इसे लेकर जागरूकता फैलाने का फैसला किया। काली रूद्र ने सोचा कि क्यों न कोरोना को ही अपना लिया जाए। उन्होंने जब अपने परिवार के सदस्यों को इस बारे में बताया तो सभी ने उनकी इस अनोखी मुहिम का खुलकर समर्थन किया। इसके बाद कोरोना की प्रतीकात्मक मूर्ति तैयार की गई। शादी में परिवार के करीबी लोगों को आमंत्रित किया गया और शारीरिक दूरी के नियमों का पूरी तरह से पालन करते हुए काली रूद्र ने कोरोना संग सात फेरे लिए।
काली रूद्र एक राजनीतिक दल से जुड़े हुए हैं हालांकि उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी राजनीतिक उद्देश्य प्रेरित होकर ऐसा नहीं किया है बल्कि कोरोना को लेकर सामाजिक संदेश देने की कोशिश की है।