एक महीने में दो-दो बार कोरोना को मात देकर लौटे घर, कोलकाता में इस तरह का पहला मामला

Coronafighter एक महीने में दो-दो बार कोरोना को मात देकर एक व्यक्ति घर लौट आए। 39 साल के वे व्यक्ति महेशतला के रहने वाले हैं।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 08:36 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 08:36 PM (IST)
एक महीने में दो-दो बार कोरोना को मात देकर लौटे घर, कोलकाता में इस तरह का पहला मामला
एक महीने में दो-दो बार कोरोना को मात देकर लौटे घर, कोलकाता में इस तरह का पहला मामला

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : एक महीने में दो-दो बार कोरोना को मात देकर एक व्यक्ति घर लौट आए। 39 साल के वे व्यक्ति महेशतला के रहने वाले हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पहली बार  कोरोना संक्रमित होने पर उन्हें एमआर बांगुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका 12 दिनों तक इलाज चला था। कोरोना मुक्त होकर घर लौटने के बाद वे 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहे और उसके बाद  काम पर जाने लगे। उनमें फिर से कोरोना के लक्षण देखे गए। फिर से जांच कराने पर उन्हें दोबारा पॉजिटिव पाया गया और फिर से उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक सप्ताह इलाज चलने के बाद वे फिर से स्वस्थ होकर घर लौट आए हैं।

कोलकाता में इस तरह का यह पहला मामला है। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि पहली बार क्या वे ठीक से कोरोना मुक्त हुए थे या फिर उन्हें गलती से  स्वस्थ घोषित कर दिया गया था। उस व्यक्ति को पहली बार 10 जून व दूसरी बार चार जुलाई को कोरोना संक्रमित पाया गया था। चिकित्सकों का कहना है कि रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी कोरोना के लक्षण छिपे रह सकते हैं इसलिए इलाज के बाद भी घर पर क्वारंटाइन में रहने को कहा जाता है। एक अन्य विशेषज्ञ ने कहा कि चीन के वुहान शहर और कोरिया में भी कोरोना के पुनः संक्रमण के कुछ मामले सामने सामने आए थे, हालांकि बाद में वे गलत निकले थे।

एमआर बांगुर अस्पताल के अधीक्षक शिशिर नस्कर का कहना है कि स्वस्थ होने के बाद भी व्यक्ति के शरीर में कोरोना के मृत वायरस रह जाते हैं। उक्त व्यक्ति के मामले में वायरस के जीवित या मृत होने को समझे बिना मृत वायरस के आरएनए को चिन्हित कर पाजिटिव रिपोर्ट दे दी गई थी।

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