Corona Third Wave: बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर बेहद सावधानी बरतने की जरूरत
Corona Third Wave डा. इरफान शेख ने बताया कि कोविड-19 का वायरल इंफेक्शन की तुलना में कहीं व्यापक व दूरगामी असर पड़ सकता है। यह बाल चिकित्सा के क्षेत्र में अर्जित की गई सफलता पर पानी फेर सकता है इसलिए बच्चों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोरोना की तीसरी लहर आने पर बच्चों के सबसे ज्यादा प्रभावित होने की आशंका है। इसलिए बाल रोग विशेषज्ञ बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर बेहद सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। अबाट न्यूट्रीशन के प्रमुख (बाल पोषण, वैज्ञानिक व चिकित्सकीय मामले) डा. इरफान शेख ने खास बातचीत में कहा-'कोविड-19 का वायरल इंफेक्शन की तुलना में कहीं व्यापक व दूरगामी असर पड़ सकता है। यह बाल चिकित्सा के क्षेत्र में पिछले दशकों में अर्जित की गई सफलता पर पानी फेर सकता है, इसलिए बच्चों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना बहुत जरूरी है। बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास और रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने के लिए पूर्ण, संतुलित और पोषण से भरपूर आहार जरूरी है। आहार में पांच खाद्य समूह अवश्य शामिल होने चाहिए-कैल्शियम के लिए दूध, विटामिन के लिए फल, कार्बोहाइड्रेट के लिए अनाज, प्रोटीन के लिए मांस और नट्स और खनिज के लिए सब्जियां।'
डा. इरफान शेख ने आगे कहा-'विटामिन डी और कैल्शियम बच्चों में मजबूत व स्वस्थ हड्डियों के निर्माण में योगदान करते हैं। स्वस्थ पाचन तंत्र के लिए फाइबर महत्वपूर्ण है और प्रोटीन कई शारीरिक कार्यों में अहम भूमिका निभाता है, जिसमें बीमारी से उबरने की क्षमता और ऊतकों की मरम्मत शामिल है, हालांकि आर्जिनिन और विटामिन के2 जैसे कम ज्ञात पोषक तत्व भी जरूरी हैं। आर्जिनिन ग्रोथ हार्मोन की रिलीज को उत्तेजित करता है और विटामिन के2 मिनरलाइजेशन में महत्वपूर्ण है जिससे मजबूत हड्डियों का आधार बनता है। बच्चों को पर्याप्त कैलोरी और प्रमुख पोषक तत्वों की जरूरत होती है, जो बचपन में विकास में मददगार हैं। आर्जिनिन के आहार स्रोत में पौधे और पशु मांस, दोनों शामिल हैं। इनमें बीज, अनाज, फलियां, मांस, सी फूड, अंडे और डेयरी प्रोडक्ट मुख्य रूप से शामिल हैं। विटामिन के2 पशु मांस, दही, अदरक और गाजर में पाया जाता है। गौरतलब है कि बंगाल में पहले के मुकाबले कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में काफी कमी आई है।