अस्पतालों के चक्कर काट-काटकर कोरोना पीड़ित ने दम तोड़ा

मृतक उत्तर 24 परगना जिले के इच्छापुर इलाके का रहने वाला था और अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई थी।

By Neel RajputEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 03:40 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 03:40 PM (IST)
अस्पतालों के चक्कर काट-काटकर कोरोना पीड़ित ने दम तोड़ा
अस्पतालों के चक्कर काट-काटकर कोरोना पीड़ित ने दम तोड़ा

कोलकाता, जागरण संवाददाता। सरकारी व निजी अस्पतालों के चक्कर काट-काटकर कोरोना पीड़ित एक युवक ने दम तोड़ दिया। मृतक उत्तर 24 परगना जिले के इच्छापुर इलाके का रहने वाला था। पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई थी। उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। परिवार वाले उसे पहले कमरहट्टी इएसआइ अस्पताल ले गए। वहां प्राथमिक स्वास्थ्य जांच में उसके खून में शर्करा की मात्रा काफी ज्यादा पाई गई इसलिए अस्पताल में भर्ती लेने से इनकार कर दिया गया। इसके बाद पुलिस की मदद से एक नर्सिंग होम में उसकी कोरोना की जांच कराई गई।

रिपोर्ट में उसके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई। वहां से युवक को एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया। वहां बेड नहीं होने की बात कही गई। परिवारवाले फिर से उसे कमरहट्टी इएसआइ अस्पताल ले आए। वहां से उसे सागर दत्त मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां भी बेड खाली नहीं होने की बात कही गई और वापस कमरहट्टी इएसआइ अस्पताल लौटा दिया गया। इसके बाद परिवारवालों ने लालबाजार पुलिस मुख्यालय से संपर्क किया। पुलिस की मदद से उसे कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया। वहां भी बेड खाली नहीं होने की बात कही गई। युवक की मां ने भर्ती नहीं लेने पर अस्पताल में खुदकुशी कर लेने की धमकी दी। दबाव में आकर युवक को स्ट्रेचर पर वार्ड में ले जाया गया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। कुछ समय बाद युवक की मौत हो गई। परिवारवालों का आरोप है कि समय पर इलाज शुरू होने से उसकी जान बच जाती।

अस्पतालों में बेड बढ़ाने पर ममता सरकार का जोर

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच ममता सरकार अब निजी अस्पतालों में बेड बढ़ाने पर जोर दे रही है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए कोलकाता के आमरी अस्पताल समेत हावड़ा में नारायणा व संजीबन अस्पताल में बेडों की संख्या को बढ़ा दिया गया है।

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