ममता के बयान पर हमलावर हुई कांग्रेस व माकपा, तृणमूल ने कांग्रेस को कहा दूषित तालाब, खुद को बताया समुद्र
कांग्रेस तथा माकपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है जिसमें उन्होंने कहा है कि सीबीआइ अथवा ईडी कांग्रेस व माकपा नेताओं को क्यों नहीं गिरफ्तार करती। क्या सिर्फ उसे तृणमूल के नेता ही दिखते हैं?
राज्य ब्यूरो कोलकाता : कांग्रेस तथा माकपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है जिसमें उन्होंने कहा है कि सीबीआइ अथवा ईडी कांग्रेस व माकपा नेताओं को क्यों नहीं गिरफ्तार करती। क्या सिर्फ उसे तृणमूल के नेता ही दिखते हैं? प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि तृणमूल का खुद भाजपा के साथ गुप्त समझौता है जबकि कांग्रेस शुरू से ही आरएसएस के खिलाफ लड़ती रही है। इतिहास ममता बनर्जी को माफ नहीं करेगा। जब से ईडी ने ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है तभी से ममता ने कांग्रेस को बदनाम करना शुरू कर दिया।
दूसरी ओर माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि वाममोर्चा के 34 साल के शासन में कोई भी नेता भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं हुआ। इसीलिए सीबीआइ अथवा ईडी नहीं लगाई जा सकी। गौरतलब है कि कल ममता ने कहा था कि पूर्ववर्ती माकपा सरकार ने इतना अन्याय किया, क्या उसके खिलाफ कोई सीबीआइ या ईडी का केस दर्ज किया गया है?सीबीआइ अथवा ईडी कांग्रेस नेताओं को भी क्यों नहीं गिरफ्तार करती। क्या सिर्फ उसे तृणमूल के नेता ही दिखते हैं? हमारी पार्टी इतनी बहादुरी से लड़ी, लेकिन उसे नहीं बख्शा जा रहा है। हमारे फोनों की पेगासस के जरिए निगरानी की जा रही है।
तृणमूल ने कांग्रेस को कहा दूषित तालाब, खुद को बताया समुद्र
बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस लगातार कांग्रेस पर हमलावर बनी हुई है। अब टीएमसी के मुखपत्र जागो बांग्ला के संपादकीय पन्ने पर कांग्रेस की कड़ी आलोचना की गई है। इसमें तृणमूल ने कांग्रेस को दूषित तालाब कहा है जबकि खुद को समुद्र बताया गया है। तृणमूल ने कहा है कि कांग्रेस लगातार भाजपा का मुकाबला करने में असफल साबित हुई है। इसी वजह भाजपा का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। कांग्रेस अब दूषित तालाब में तब्दील हो गई है, जबकि टीएमसी ने समुद्र का रूप धारण कर लिया है। कांग्रेस अब अप्रासंगिक हो गई है। आने वाले दिनों में तृणमूल ही केंद्र से भाजपा को बेदखल कर सकती है। यह कांग्रेस के बूते की बात नहीं है। दूसरी ओर इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि जब कांग्रेस प्रसांगिक हो ही गई है तो मुख्यमंत्री दिल्ली में सोनिया गांधी से मिलने क्यों गईं थीं।