कोयला तस्करी कांड में सीबीआइ की पूछताछ के बाद दो अहम आरोपित फरार, वारंट जारी कर लगातार छापेमारी

कोयला के अवैध खनन व तस्करी कांड मे प्रभावशालियों के राज उगलने वाले दो अहम आरोपित सीबीआइ की प्रारंभिक पूछताछ के बाद से फरार है। सीबीआइ उक्त दोनों आरोपितों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर लगातार छापेमारी कर रही है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 06:39 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 06:39 PM (IST)
कोयला तस्करी कांड में सीबीआइ की पूछताछ के बाद दो अहम आरोपित फरार, वारंट जारी कर लगातार छापेमारी
कोयला तस्करी कांड में सीबीआइ की पूछताछ के बाद दो अहम आरोपित फरार

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः कोयला के अवैध खनन व तस्करी कांड मे प्रभावशालियों के राज उगलने वाले दो अहम आरोपित सीबीआइ की प्रारंभिक पूछताछ के बाद से फरार है। सीबीआइ उक्त दोनों आरोपितों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर लगातार छापेमारी कर रही है। साथ ही सीबीआइ ने एक बार फिर तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजिरा बनर्जी के खातों को लेकर थाइलैंड प्रशासन से संपर्क साधा है।

कोयला तस्करी कांड की सीबीआइ के साथ-साथ ईडी भी जांच कर रही है। इस मामले में अभिषेक बनर्जी को पूछताछ के लिए तलब करने से पहले सीबीआइ अपना सारा होमवर्क पूरा करना चाहती है जिससे उसपर किसी तरह के कोई इल्जाम ना लग सके। अपनी इसी कवायद के तहत सीबीआइ ने मामले के मास्टरमांइड और कोयला तस्करी का सरगना अनूप मांजी उर्फ लाला के खासमखास सहयोगी नीरज और अमित पर अपना शिकंजा कसा था।

सूत्रों के मुताबिक इनमें नीरज सिंह लाला के कहने पर कोलकाता में नेताओ को दी जाने वाली रकम का हिसाब किताब रखता था जबकि अमित पूरूलिया और बांकुड़ा में नेताओ को दी जाने वाली रकम का हिसाब रखता था। सूत्रों ने बताया कि इन दोनों ने सीबीआइ से हुई पूछताछ में कई अहम तथ्य दिए थे, लेकिन सीबीआइ जब इनके बयानों के आधार पर आगे बढी तो ये दोनो गायब हो गए हैं।

सूत्रों के मुताबिक इस मामले मे मारे गए छापों के दौरान सीबीआइ को कुछ वाट्सएप मैसेज मिले थे जिनसे पता चलता था कि तस्करी से संबंधित रकम नेताओं और नौकरशाहो को दी जा रही थी। साथ ही बरामद दस्तावेजों की आरंभिक जांच से यह भी पता चला था कि रुपये कई प्रभावशालियों तक पहुंचता था।

इसी आधार पर सीबीआइ ने अभिषेक की पत्नी रूजिरा और उनकी साली मेनका समेत कई लोगों से पूछताछ की थी। हालांकि पूछताछ के दौरान इन लोगों ने इस मामले में किसी भी तरह का कोई संबंध होने से साफ इन्कार कर दिया था। सीबीआइ इस मामले मे अभिषेक से भी पूछताछ करना चाहती है क्योंकि अब तक हुई पूछताछ मे कुछ लोगों ने अभिषेक समेत तृणमूल के कुछ और लोगों के नाम लिए हैं। सीबीआइ के एक आला अधिकारी के मुताबिक पूछताछ के पहले तुरूप के पत्ते अपने हाथ मे रखना चाहती है और उन लोगों से भी अभिषेक का सामना कराना चाहती है जिन लोगों ने उनका नाम अपने बयानों में लिया है।

इस बीच सीबीआइ ने इस मामले में एक बार फिर थाईलैंड प्रशासन से संपर्क कर उस खाते की जानकारी जल्द भेजने को कहा है जिसमे 15 लाख की थाईलैंड मुद्रा जमा कराई गई थी और सीबीआइ को शक है कि ये खाता रूजिरा का हो सकता है। सीबीआइ इस मामले के एक औऱ अहम आरोपित तृणमूल नेता विनय मिश्रा की तलाश में भी इंटरपोल से संपर्क में है क्योकि विनय मिश्रा वह शख्स हैं जो अभिषेक का खासमखास बताया जाता है।

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