Corona Vaccine: कोलकाता में कोविड-19 की वैक्सीन 'कोवावैक्स' का क्लीनिकल ट्रायल दिसंबर के तीसरे सप्ताह से

पुणे से वैक्सीन के सैकड़ों नमूने अगले महीने कोलकाता लाए जाएंगे कोवावैक्स अमेरिका में तैयार की गई वैक्सीन नोवावैक्स का भारतीय प्रतिरूप आइसीएमआर के संयुक्त प्रयास से कोरोना वैक्सीन का भारत में क्लीनिकल ट्रायल शुरू किया जा रहा है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 12:54 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 12:54 PM (IST)
Corona Vaccine: कोलकाता में कोविड-19 की वैक्सीन 'कोवावैक्स' का क्लीनिकल ट्रायल दिसंबर के तीसरे सप्ताह से
पुणे स्थित सिरम इंस्टीच्यूट एवं आइसीएमआर के संयुक्त प्रयास से कोरोना की वैक्सीन का भारत में क्लीनिकल ट्रायल शुरू

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोलकाता में कोविड-19 की वैक्सीन 'कोवावैक्स' का क्लीनिकल ट्रायल दिसंबर के तीसरे सप्ताह से शुरू होगा। इस बाबत पुणे से वैक्सीन के सैकड़ों नमूने अगले महीने कोलकाता लाए जाएंगे। कोवावैक्स अमेरिका में तैयार की गई वैक्सीन 'नोवावैक्स' का भारतीय प्रतिरूप है। पुणे स्थित सिरम इंस्टीच्यूट एवं आइसीएमआर के संयुक्त प्रयास से कोरोना की वैक्सीन का भारत में क्लीनिकल ट्रायल शुरू किया जा रहा है। कोलकाता में इसका क्लीनिकल ट्रायल मुख्य रूप से स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन (एसटीएम) में होगा।

एसटीएम के पास कोरोना की वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल के लिए वोलेंटियर बनने को आवेदन आने शुरू हो गए हैं। क्लीनिकल ट्रायल में प्रधान अनुसंधानकर्ता डॉ. शांतनु त्रिपाठी ने बताया-'जो लोग कोरोना संक्रमित नहीं हुए हैं, वे ही वोलेंटियर बन सकते हैं। अब तक कोरोना की विभिन्न वैक्सीन को लेकर देश-विदेश में जो भी क्लीनिकल ट्रायल हुए हैं, उनमें बहुत कम वोलेंटियरों पर ही कोरोना की वैक्सीन का साइड इफेक्ट देखा गया है।'

डॉ. त्रिपाठी खुद भी वोलेंटियर के तौर पर शामिल होना चाहते हैं। उन्होंने कहा-'मेरा पांच बार कोरोना टेस्ट हो चुका है। इनमें तीन बार आरटीपीसीआर और दो बार रैपिड एंटीजेन टेस्ट हुआ है। किसी भी टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव नहीं आई है।' एसटीएम में क्लीनिकल ट्रायल शुरू होने पर इसके अगले साल जुलाई-अगस्त तक पूरा होने की उम्मीद की जा रही है यानी कोरोना की वैक्सीन के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। 

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