बीरभूम में तृणमूल के दो धड़ों में झड़प, देसी बम फेंके जाने से छह लोग घायल

Clashes in Birbhum बीरभूम में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के दो धड़ों के बीच हुई झड़प में बम फेंकने से छह लोग घायल हो गए। घटना दुबराजपुर थाना क्षेत्र के तहत गारा-पदुम गांव की है। घटना के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 09:10 AM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 09:10 AM (IST)
बीरभूम में तृणमूल के दो धड़ों में झड़प, देसी बम फेंके जाने से छह लोग घायल
बीरभूम जिले में दो धड़ों के बीच हुई झड़प में छह लोग घायल हो गए

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के बीरभूम जिले में मंगलवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के दो धड़ों के बीच हुई झड़प में देसी बम फेंके जाने से छह लोग घायल हो गए। स्थानीय सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह घटना दुबराजपुर थाना क्षेत्र के तहत गारा-पदुम गांव में हुई जब प्रखंड विकास अधिकारी कार्यालय से एक टीम सरकारी आवास योजना को लेकर सर्वेक्षण के लिए इलाके का दौरा कर रही थी। उन्होंने कहा कि इस दौरान देसी बम फेंके गए और अन्य हथियारों का "इस्तेमाल" किया गया। घायलों को सूरी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस अधीक्षक नागेंद्रनाथ त्रिपाठी ने कहा, इस घटना के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दो हथियार जब्त किए गए हैं। स्थिति अब नियंत्रण में है। वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि पार्टी किसी भी तरह से इस घटना में शामिल नहीं थी।तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल ने कहा, यह कोई राजनीतिक झड़प नहीं थी, पुलिस को जरूरी कार्रवाई करनी चाहिए। उधर, दुबराजपुर से भारतीय जनता पार्टी विधायक अनूप साहा ने दावा किया कि विभिन्न प्रकार के भ्रष्टाचार में शामिल तृणमूल के दो गुट आपस में भिड़ गए।

बताते चलें कि इससे पहले बंगाल के हावड़ा जिले के सांकराइल थाना इलाके में अज्ञात हमलावरों ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक नेता की सोमवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी। मृत नेता वायजुल खान (40) हावड़ा जिला सदर तृणमूल अल्पसंख्यक सेल के उपाध्यक्ष थे। बताया गया कि यह घटना सोमवार रात करीब 10.30 बजे सांकराइल के नाजिरगंज इलाके में घटी, जब तृणमूल नेता अपने इलाके में साथियों के साथ बैठक कर घर की ओर जा रहे थे तभी मोटरसाइकिल सवार अज्ञात हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी। उन्हें तुरंत पास के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

इधर, उनकी मौत की खबर सामने आते ही उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन कर दिया। उन्होंनें दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए इलाके में तोडफ़ोड़ भी की। वहीं, तृणमूल नेता की हत्या के बाद राजनीति भी गरमा गई और आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया। इस हत्याकांड की खबर मिलते ही डोमजूर से विधायक व हावड़ा जिला तृणमूल के अध्यक्ष कल्याण घोष व अन्य नेता वायजुल खान के घर पहुंचे। घोष ने आरोप लगाया कि इस घटना के पीछे भाजपा समर्थित गुंडों का हाथ है। उन्होंने कहा कि वार्ड 45 में तृणमूल की ताकत बढ़ रही थी, इसी के चलते निकाय चुनाव से पहले उनके नेता की हत्या की गई है। हालांकि भाजपा ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है।

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