West Bengal: बांग्लादेश सीमा से गिरफ्तार चीनी नागरिक पीएलए संचालित विश्वविद्यालय का रहा है छात्र

West Bengal मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास से अवैध घुसपैठ करते हाल में पकड़े गए संदिग्ध चीनी नागरिक से पूछताछ में नए खुलासे हो रहे हैं। जांच एजेंसियों का कहना है कि गिरफ्तार हान जुनवेई चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी द्वारा संचालित विश्वविद्यालय का छात्र रहा है

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 08:53 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 08:53 PM (IST)
West Bengal: बांग्लादेश सीमा से गिरफ्तार चीनी नागरिक पीएलए संचालित विश्वविद्यालय का रहा है छात्र
बांग्लादेश सीमा से गिरफ्तार चीनी नागरिक पीएलए संचालित विश्वविद्यालय का रहा है छात्र। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास से अवैध घुसपैठ करते हाल में पकड़े गए संदिग्ध चीनी नागरिक से पूछताछ में हर दिन नए- नए खुलासे हो रहे हैं। जांच एजेंसियों का कहना है कि गिरफ्तार हान जुनवेई, चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा संचालित विश्वविद्यालय का छात्र रहा है, जहां से उन्होंने अंग्रेजी में पढ़ाई की है। इसके बाद उस पर चीन के लिए जासूसी करने का शक और पुख्ता हो गया है है। यह भी पता चला है कि वह 1300 भारतीय सिम ही नहीं बल्कि 1000 से ज्यादा महत्वपूर्ण डेटाबेस भी चीन भेज चुका है। चीन के हुबई प्रांत के निवासी हान जुनवेई (36) को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने गुरुवार को बांग्लादेश से भारत में घुसपैठ करते गिरफ्तार किया था। बीएसएफ व अन्य जांच एजेंसियों द्वारा पूछताछ के बाद हान को बंगाल पुलिस को सौंप दिया गया था। शनिवार को मालदा जिला अदालत में पेश करने पर उसे 18 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था।

पुलिस ने दावा किया है कि चीनी नागरिक ने पूछताछ में बताया कि वह चीन में चुन शी गोंग चेंग विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में स्नातक है। दरअसल, यह विश्वविद्यालय चीनी सेना यानी पीएलए के नियंत्रण में है। आमतौर पर पीएलए या चीनी खुफिया विभाग द्वारा होनहार छात्रों को अंग्रेजी और अन्य भाषाओं का अध्ययन करने के लिए प्रायोजित किया जाता है और वे चाहते हैं कि ऐसे छात्र जासूसी में अपना करियर स्वीकार करें। गौरतलब है कि चीन की सेना और वहां का खुफिया विभाग लगातार भारत के खिलाफ काम कर रहा है। ऐसे में पीएलए द्वारा संचालित विश्वविद्यालय से हान के स्नातक करने के खुलासे के बाद जांच एजेंसियों का उस पर भारत के खिलाफ जासूसी करने का शक और गहरा गया है। हान भारत के लिए एक वांछित अपराधी भी रहा है।

उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) को उसकी तलाश थी। उसके एक बिजनेस पार्टनर सन जियांग को यूपी एटीएस ने पिछले दिनों धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया था। जियांग ने ही एटीएस के समक्ष जुनवेई और उसकी पत्नी की अवैध गतिविधियों व उन्हें भारतीय सिम भेजे जाने के संबंध में खुलासा किया था। हान ने इससे पहले बीएसएफ व अन्य एजेंसियों द्वारा की गई पूछताछ में खुलासा किया कि उसने और उसके साथियों ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके पिछले दो वर्षों के दौरान करीब 1300 भारतीय सिम कार्ड को अंडर गारमेंट्स में छिपाकर यहां से छीन ले जा चुका है।तस्करी की गई इन सिम कार्ड का इस्तेमाल बैंक खातों को हैक करने और वित्तीय धोखाधड़ी के लिए किया जाता है।बीएसएफ ने चीनी नागरिक के पास से बड़ी संख्या में संदिग्ध इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बरामद किया है, जिसकी पड़ताल की जा रही है। वह पहले कम से कम चार बार भारत आ चुका है और दिल्ली के पास गुरुग्राम में उसका एक होटल भी है।

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