ब्लड स्टेम सेल से बचाई बच्ची की जान

दाता के ब्लड स्टेम से किसी भी रोगी के सेल का मैच 10,000 में से 1 से एक मिलियन में एक भी हो सकता है। हर मैच एक चमत्कार होता है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Tue, 25 Sep 2018 03:11 PM (IST) Updated:Tue, 25 Sep 2018 03:11 PM (IST)
ब्लड स्टेम सेल से बचाई बच्ची की जान
ब्लड स्टेम सेल से बचाई बच्ची की जान

जागरण संवाददाता, कोलकाता। देश के सबसे बड़ा व्यस्क असंबद्ध ब्लड स्टेम सेल दाताओं की रजिस्ट्री दात्रि ने महानगर में विशेष कार्यक्रम आयोजन किया। कोलकाता के 37 वर्षीय बैंकर हेमंत सोनथेलिया ने दिल्ली से ढाई वर्षीय लवीशा जैन से मुलाकात की, जिनकी जिंदगी उन्होंने अपने ब्लड स्टेम सेल को दान करके बचाया है।

इस मौके पर डॉ जयदीप चक्रवर्ती, निदेशक व एचओडी- हेमैटो ऑन्कोलॉजी एंड बीएमटी, आमरी हॉस्पिटल ने कहा कि हमारे पास ब्लड कैंसर और थैलेसेमिया मेजर जैसे घातक रक्त विकारों से ग्रस्त मरीजों की एक बड़ी संख्या है, जिनके इलाज के लिए अंतिम उपाय ब्लड स्टेम सेल प्रत्यारोपण है। उन मरीजों के लिए जिनका परिवार के किसी सदस्य से स्टेम सेल मैच नहीं हुआ,उनके पास कोई उम्मीद नहीं थी। उनके लिए केवल दात्रि जैसी संस्थाएं ही मदद कर सकती हैं, जो ऐसे मरीजों के लिए आशा की किरण है।

आज तक उन्होंने ब्लड स्टेम सेल मैच के लिए कई रोगियों को डीएटीआरआइ को संदर्भित किया है और हम उनमें से कुछ को जीवन देने में सफल रहे हैं।

इसलिए यह जरूरी है कि और अधिक से अधिक लोग दात्रि के अंतर्गत पंजीकरण कराएं, जिससे और लोगों का जीवन बचाया जा सके। बैठक के दौरान और दो रोगी मौजूद थे, जिन्होंने जनता को डीएटीआरआइ के साथ पंजीकरण करने और संभावित दाता के रूप में सामने आने अपील की, जो उनमें से किसी भी जान बचा सकता है। 41 वर्षीय चंद्रिमा राय चौधरी, एक साल से माइलोडिस्प्लास्टिक सिंड्रोम (एमडीएस) से पीड़ित हैं और 3 साल की रचीता मंडल का जन्म थालसेमिया मेजर के साथ हुआ था, वे दोनों अपने जीवन की रक्षा करनेवाले की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

इस मौके पर अनन्या घोष, हेड, पूर्वी भारत, दात्रि ने कहा कि यह जानना बेहद जरूरी है कि पश्चिम बंगाल से संभावित रक्त स्टेम सेल दाताओं के रूप में डीएटीआरआइ में केवल 10,462 दाताओं ने पंजीकरण कराया है, जबकि 91,347,736 की आबादी के साथ यह भारत में चौथा सबसे घनी जनसंख्या वाला राज्य है।

इसलिए रक्त स्टेम सेल दान के माध्यम से रक्त कैंसर रोगियों का जीवन बचाने के लिए लोगों को और अधिक जागरूक करना जरूरी है। दाता के ब्लड स्टेम से किसी भी रोगी के सेल का मैच 10,000 में से 1 से एक मिलियन में एक भी हो सकता है। हर मैच एक चमत्कार होता है। यदि कोई स्टेम सेल का मैच मिलता है, तो दाता शायद एक मात्र व्यक्ति है जो रोगी को बचा सकता है।

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