स्कूल जाने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करना चाहते हैं बच्चे, कोलकाता में साइकिल लेन के लिए मुख्यमंत्री से किया अनुरोध

बच्चों ने मुख्यामंत्री ममता बनर्जी को पत्र और चित्र प्रदर्शित करते हुए उनसे कोलकाता में साइकिल चलाने और स्वच्छ हवा को बढ़ावा देने का अनुरोध किया। प्रदर्शनी का आयोजन विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के अवसर पर किया गया था ।

By Priti JhaEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 09:49 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 11:23 AM (IST)
स्कूल जाने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करना चाहते हैं बच्चे, कोलकाता में साइकिल लेन के लिए मुख्यमंत्री से किया अनुरोध
स्कूल जाने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करना चाहते हैं बच्चे,

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोलकाता के श्रेष्ठ स्कूलों के बच्चों ने मुख्यामंत्री ममता बनर्जी को पत्र और चित्र प्रदर्शित करते हुए उनसे कोलकाता में "साइकिल चलाने और स्वच्छ हवा" को बढ़ावा देने का अनुरोध किया। प्रदर्शनी का आयोजन विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के अवसर पर किया गया था और इसका उद्घाटन कोलकत्ता में जर्मनी का महावाणिज्य दूत, मैनफ्रेड ओस्टर ने स्कूलों के प्रधानाचार्यों, शिक्षकों और बच्चों की उपस्थिति में किया था।

कोलकाता इंटरनेशनल स्कूल, गोखले मेमोरियल गर्ल्स स्कूल, श्री श्री एकेडमी, हेरिटेज स्कूल, बालीगंज शिक्षा सदन, सुशीला बिड़ला गर्ल्स स्कूल जैसे कोलकाता के दस उल्लेखनीय स्कूलों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम में, स्कूल के बच्चों ने कोलकाता की हवा के वर्तमान स्थिति पर केंद्रित एक चित्रों-प्रदर्शनी के माध्यम से अपनी चिंता व्यक्त की। श्री शिक्षायतन स्कूल के छठी कक्षा की छात्रा महेका मंडल कहती हैं, "साइकिलें हमारी दुनिया को बदल सकती हैं। उन्हें सड़कों पर अधिक रूप से चलाना चाहिए |” मुकुंदपुर के बिड़ला हाई स्कूल के किंडरगार्टनर प्रज्ञा आदित्य ने कहा, "मैं प्रदूषण मुक्त हरित नगर (ग्रीन सिटी) में रहना चाहती हूं।"

साइकिल परिवहन का एक वैकल्पिक साधन

इस अवसर पर बोलते हुए, कोलकाता में जर्मन कौंसल जनरल श्री मैनफ्रेड ओस्टर ने कहा, “साइकिल चलाना एक बहुत ही ठोस और कम लागत वाला उपाय है। यह परिवहन का एक वैकल्पिक साधन है और विशेष रूप से कोविड के समय कोलकाता में पहले से ही एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुका है। दुनिया भर में होने वाली कई प्राकृतिक आपदाएं साबित करती हैं की अब जलवायु संकट से लड़ने की अत्यावश्यकता है। "प्रेस क्लब कोलकाता में स्विचऑन फाउंडेशन द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था, और प्रदर्शनी का विषय था कोलकाता में साइकिल को और स्वच्छ हवा वाले अन्य स्थायी अभ्यास को बढ़ावा देना । "कोलकाता के सड़कों पर # ब्रिंग बैक साइकिल" इस कार्यक्रम पर चल रहे सार्वजनिक अभियान को सैकड़ों छात्रों का समर्थन मिला।

बच्चों की प्रदर्शनी का आयोजन

-कोलकाता के प्रसिद्ध स्कूलों के बच्चों द्वारा बनाए गए पोस्टकार्ड, चित्र, पत्र प्रदर्शित करने के लिए प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था, जो सभी बच्चों द्वारा अनुरोधित एक पत्र से जुड़े थे। मुख्यमंत्री, ममता बनर्जी, फिरहाद हकीम, परिवहन विभाग और पुलिस आयुक्त, कोलकाता पुलिस तथा सभी अधिकारियों को एक पत्र भेजा गया, जिसमें शहर के लिए स्वस्थ, खुशहाल और टिकाऊ मोबिलिटी फ्यूचर्स बनाने का और सुरक्षित साइकिल कॉरिडोर के बारे में सोचने और एक साइकिल और एनएमटी प्रोत्साहन बुनियादी ढांचा बनाने का अनुरोध किया गया था।

वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए खतरा

स्विचऑन फाउंडेशन के प्रबंध निदेशक बिनॉय जाजू ने कहा, फाउंडेशन ने पूरे बंगाल में 500 से अधिक स्कूल और कॉलेज के छात्रों के साथ एक सर्वे किया और पाया कि 82 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि वायु प्रदूषण उनके लिए स्वास्थ्य के लिए खतरा है और कोलकाता के 73 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे यदि उन्हें अलग साइकिल लेन प्रदान की जाती है तो वे स्कूल/कॉलेज और आस-पास के क्षेत्रों में साइकिल चलाने पर विचार करेंगे।

ऐसी स्थिति में, विभिन्न स्कूलों के छात्रों की ओर से स्विचऑन फाउंडेशन ने पश्चिम बंगाल के माननीय मुख्यमंत्री को सुरक्षित साइकिल कॉरिडोर की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए और शहर में साइकिल और एनएमटी लेन बनाने के लिए एक अनुरोध भेजा है। सुनीता सेन, प्रिंसिपल, बालीगंज शिक्षा सदन, कलकत्ता इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाध्यापक प्रतिमा नायर, सीमा सप्रू, प्रिंसिपल, द हेरिटेज स्कूल, मिनी सेनगुप्ता, प्राचार्य, बिरला हाई स्कूल, मुकुंदपुर ने अपने विचार रखे। 

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