बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले बर्द्धमान में बम फटने से बालक की मौत, घटना पर सियासी घमासान तेज
बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में बस पांच दिन बचे हुए हैं। इससे पहले सोमवार को बर्द्धमान शहर में देसी बम फटने से सात साल के एक बालक की मौत हो गई जबकि दूसरा घायल हो गया। इस घटना से इलाके में तनाव पैदा हो गया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में बस पांच दिन बचे हुए हैं। इससे पहले सोमवार को बर्द्धमान शहर में देसी बम फटने से सात साल के एक बालक की मौत हो गई जबकि दूसरा घायल हो गया। बंगाल में चुनावी सरगर्मी के बीच बम फटने की इस घटना से इलाके में तनाव पैदा हो गया है। साथ ही राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है।
इस समय कानून-व्यवस्था का जिम्मा चुनाव आयोग के हाथ में
भाजपा ने जहां इस घटना के लिए सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है, वहीं तृणमूल का कहना है कि इसपर राजनीति ठीक नहीं है क्योंकि इस समय कानून-व्यवस्था का जिम्मा चुनाव आयोग के हाथ में है। वहीं, पुलिस ने बताया कि बम फटने की यह घटना सुबह बर्द्धमान शहर के सुभाषपल्ली इलाके में हुई। मृत बालक की पहचान एसके अफरोज (7) के रूप में हुई है जबकि घायल बच्चे का नाम एसके इब्राहिम (9) है, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
धमाके की आवाज सुनकर स्थानीय लोग वहां जमा हो गए
पूर्व बर्द्धमान जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों बच्चे अपने घर के निकट खेल रहे थे, तभी वे एक थैले से टकरा गए, जिसमें देसी बम रखे हुए थे और बम फट गया। धमाके की आवाज सुनकर स्थानीय लोग वहां जमा हो गए। दोनों बच्चे को बर्द्धमान मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने अफरोज को मृत घोषित कर दिया। इब्राहिम का इलाज चल रहा है।
फायदे के लिए राजनीतिक दल बमों व विस्फोटक उपकरणों का इस्तेमाल
इधर, स्थानीय भाजपा नेताओं का कहना है कि तृणमूल के कथित गुंडों ने चुनाव से पहले आतंक फैलाने के उद्देश्य से दोनों बच्चों को निशाना बनाया है। वहीं, इस घटना के बाद राज्य पुलिस और केंद्रीय अद्र्धसैनिक बलों के जवानों को घटनास्थल पर तैनात कर दिया है। इधर, इस बम विस्फोट के शिकार लड़के को न्याय दिलाने के लिए स्थानीय लोगों ने आंदोलन को तेज कर दिया है। उनका कहना है कि अपने राजनीतिक फायदे के लिए राजनीतिक दल बमों और विस्फोटक उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं।
बंगाल की कानून व्यवस्था पर ममता सरकार को घेरती रही है भाजपा
बताते चलें कि बंगाल की कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा समेत अन्य विपक्षी दल लगातार सवाल उठाते रहे हैं। संवेदनशीलता को देखते हुए ही आठ चरणों में चुनाव करवाए जा रहे हैं। गौरतलब है कि बंगाल में चुनावी हिंसा का पुराना इतिहास रहा है।